कृषि क्षेत्र में पहले की अपेक्षा अब बदलाव दिखने लगे हैं, अब किसान रसायनिक खेती को छोड़ जैविक खेती में अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। किसान अधिक उत्पादन पाने के लिए अधिक से अधिक रसायन उर्वरकों का प्रयोग करते हैं, वहीं कुछ किसान जैविक तरीके से खेती कर अपनी नई पहचान बना रहे हैं।
मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के खरगोन जिले के बिस्टान गाँव के किसान अविनाश सिंह दांगी (45 वर्ष) पांच एकड़ में जैविक खेती करते हैं, जिसमें से दो एकड़ में गोभी, टमाटर, बैंगन, भिन्डी, मेथी, गाजर, प्याज, लौकी, जैसी सब्जियों की खेती और तीन एकड़ में गेहूं, मक्का, अरहर, मूंग, सोयाबीन उगाते हैं।
पांच साल पूर्व तक अविनाश सिंह भी रसायनिक उर्वरकों का प्रयोग करते थे लेकिन अब वो फसलों में प्राकृतिक खाद और कीटनाशक का प्रयोग करने लगे हैं। खाद और कीटनाशक देशी गाय के गोबर से खुद तैयार करते हैं। जैविक खेती की शुरुआत के बारे में अविनाश कहते हैं, “मैं भी रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग करता था, पांच साल से मैंने जैविक खेती की शुरुआत की है, पहले तो उत्पादन कम हुआ, पर अब अच्छा उत्पादन भी हो रहा है।”
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अविनाश के पास पांच गाय और दो बैल भी हैं, जिनके गोबर व गोमूत्र से कीटनाशक, जैविक खाद बनाते हैं। अविनाश बताते हैं, “मैं शून्य बजट प्राकृतिक खेती करता हूं, जिसमें जीवामृत, घनामृत जैसे जैविक उर्वरक गाय के गोबर और गोमूत्र से बनती है, इसमें अलग से कोई खर्च नहीं करना पड़ता है। इसके लिए मैंने पांच एकड़ खेत का जैविक प्रमाणीकरण भी कराया है।”
फिल्म अभिनेता जैकी श्रॉफ के यहां जाता है अनाज
अविनाश खुद ही हफ्ते में दो दिन सब्जियों का स्टॉल लगाकर बेचते हैं। वो बताते हैं, “अभी मैं खुद से रविवार और बुधवार को खरगोन में सब्जियां बेचता हूं, शुरु में तो कम लोग खरीदते थे, लेकिन अब पचास से भी ज्यादा लोग नियमित ग्राहक है, अभी एक जगह स्टॉल लगा रहा हूं, आगे कई जगह लगा बेचने का इरादा है। अभी तो सीख ही रहा हूं।” हिन्दी फिल्म के अभिनेता जैकी श्राफ के यहां भी यही से अनाज और सब्जियां जाती हैं।
अविनाश बताते हैं, “आजकल सभी जैविक तरीके से उगाए गए अनाज और सब्जियां खाना चाहता है, जैकी श्राॅफ के यहां अनाज अब हमारे यहां से ही जाता है। लोग जान रहे हैं रासायनिक उर्वरकों का खेतों में प्रयोग करने से तमाम तरह की बीमारियां भी हो रही हैं।