जयपुर (भाषा)। राजस्थान ग्लोबल एग्रीटेक (ग्राम) कार्यक्रम में राजस्थान मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने घोषणा की कि प्रदेश में भूमिहीन काश्तकारों को कृषि योग्य भूमि का नियमानुसार आवंटन एवं नियमन किया जाएगा।
राजस्थान ग्लोबल एग्रीटेक (ग्राम) के समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा प्रदेश में औषधीय पौधों की खेती को प्रोत्साहित करने तथा इससे किसानों को जोड़ने के लिए राज्य में मेडिसनल प्लान्ट्स से जुड़े सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किए जाएंगे।
राजे ने कहा कि केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू ने स्मार्ट ग्राम विकसित करने में केंद्र सरकार से सहयोग दिलाने का आवश्वासन दिया है। शीघ्र ही इस बारे में विचार-विमर्श कर पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया जाएगा। आदर्श ग्राम योजना को भी स्मार्ट विलेज प्रोजेक्ट से जोड़ा जाएगा। आईटीआई में कृषि संबंधी कौशल का प्रशिक्षण भी शुरू किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सहकार किसान कल्याण योजना में अधिकतम 15 दिन में ही किसानों के खाते में ऋण राशि जमा करवा दी जाएगी। इस योजना के तहत किसानों को कृषि कार्य के लिए अधिकतम 20 लाख रुपए तक का ऋण दिया जाता है।
राज सहकार व्यक्तिगत बीमा योजना में इस वर्ष 25 लाख किसानों को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। इस योजना के तहत किसानों एवं उनके परिवारों को 27 रुपए वार्षिक प्रीमियम पर 5 लाख रुपए तक का बीमा लाभ दिया जाता है। इस योजना में बीमा लाभ की राशि 10 लाख रुपए करने पर भी विचार किया जा रहा है।
वसुन्धरा राजे मुख्यमंत्री राजस्थान
राजे ने कहा कि प्रदेश मछली उत्पादन में देश में अग्रणी राज्यों में है। अब सरकार सजावटी मछली उत्पादन को बड़े स्तर पर प्रोत्साहित करेगी। सजावटी मछलियों की अन्तर्राष्टरीय बाजार में भारी मांग है, जिसके चलते राजस्थान के किसान अच्छा लाभ कमा सकते हैं।