मूंग और उड़द की खेती करने वाले किसानों को आधे दाम पर मिलेगा बीज

moong dal

मूंग और उड़द की खेती करने वाले किसानों को प्रदेश सरकार ने आधे रेट में बीज देने का फैसला किया है। पूरे प्रदेश में मूंग और उड़द के लिए 136100 हेक्टेयर का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

औरैया। उत्तर प्रदेश में मूंग और उड़द की खेती करने वाले किसानों को पिछले वर्ष की अपेक्षा इस साल सस्ता और आधे रेट पर बीज सरकारी गोदामों पर दिया जा रहा है। 70.40 पैसे प्रति किलो के हिसाब से मूंग और 69.65 के हिसाब से उड़द का बीज दिया जायेगा। किसान द्वारा खरीदे गये बीज का आधा पैसा खाते में भेजा जायेगा। प्रदेश में मूंग और उड़द की पैदावार में कानपुर मंडल का पहला स्थान है जब कि इलाहाबाद का दूसरे और फैजाबाद का तीसरे पर स्थान है। औरैया जिले के लिए 3466 हेक्टेयर मूंग और 1255 हेक्टेयर उड़द का लक्ष्य है। कृषि विशेषज्ञ राजवीर सिंह ने बताया,“ उड़द का 30 कुंतल और मूंग का 130 कुंतल बीज सरकारी बीज भंडारों पर पहुंच चुका है। जिसका वितरण भी किसानों में शुरू कर दिया गया है। प्रति हेक्टेयर 15 किलो मूंग या उड़द का बीज बोया जायेगा।”

जिला कृषि अधिकारी आवेश कुमार ने बताया,“ लक्ष्य के मुताबिक औरैया जिले के लिए बीज पर्याप्त मात्रा में आ चुका है बीज का वितरण शुरू करा दिया गया है। आधे रेट पर बीज किसानों को मिलेगा इसके अलावा प्रदर्शन के लिए चिंहित किसानों को पूरा निवेश का पैसा वापस किया जायेगा।”

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जिला मुख्यालय से 60 किमी दूर एरवाकटरा ब्लाक के गांव हमीरपुर निवासी जान मोहम्मद (58वर्ष) ने बताया,“ पिछले साल 170 रुपए में बीज मिला था इस बार 70 रुपए खाते में वापस आयेगा। हम किसानों के लिए बड़ी खुशी की बात है।” प्रदेश के प्रत्येक जिले में कृषि विभाग मूंग और उरद के प्रदर्शन के लिए किसानों को चिंहित कर रहा है। प्रत्येक जिले में अलग-अलग प्रदर्शन का लक्ष्य है। चिहिंत किसानों को एक हेक्टेयर से दो हेक्टेयर में फसल बुआई का प्रावधान है। प्रदर्शन के लिए चिहिंत किसानों द्वारा निवेश किया गया पूरा पैसा डीबीटी के माध्यम से खाते में भेजा जायेगा। किसान द्वारा निवेश किये गये पैसे का बाउचर लगाना होगा। एक हेक्टेयर पर 6700 रूपये का अनुदान मिलेगा।

केवीके को मिला 70 हेक्टेयर का लक्ष्य

कृषि विज्ञान केंद्र परवाह औरैया को मूंग और उरद के लिए 70 हेक्टेयर का लक्ष्य मिला है। पांच गांवों के 125 किसानों को 50.0 हेक्टेयर भूमि पर मूंग की सम्राट प्रजाति तथा दो गांवो के 50 किसानों को 20.0 हेक्टेयर भूमि में उर्द आईएमयू-243 प्रजाति की बुआई के लिए 10-10 किलो बीज किसानों को दिया जा रहा है। कृषि वैज्ञानिक डा आईपी सिंह ने बीज के साथ किसानों को कीटनाशक किटों का भी वितरण किया।

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प्रदेश के इन जिलो में नहीं होती मूंग, उड़द

गाजियाबाद, अमरोहा, सिद्धार्थनगर, संत कबीर नगर, महोबा, चित्रकूट और रामपुर प्रदेश के ऐसे जिले है जहां मूंग और उरद की फसल नहीं होती है। शासन द्वारा निर्धारित किये गये लक्ष्य में इनका कहीं नाम नहीं है।

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इन जिलो में कहीं होती मूंग तो कहीं उड़द

प्रदेश के जिले संभल में उड़द की पैदावार होती है मूंग नही। इसी प्रकार बरेली में उड़द होती है मूंग नहीं, आगरा, मथुरा में मूंग की पैदावार होती है लेकिन उड़द की नहीं। बलरामपुर और श्रावस्ती में उड़द की पैदावार होती है मूंग की नहीं। हमीरपुर में मूंग है लेकिन उड़द नहीं। जालौन में भी मूंग होती उड़द नहीं, सोनभद्र में मूंग है उड़द नहीं। अमरोहा में उड़द की खेती होती है मूंग की नहीं होती है।

प्रदेश में मूंग, उड़द का निर्धारित लक्ष्य

मंडल – लक्ष्य हेक्टेयर में

कानपुर – 27132

सहारनपुर – 3672

मेरठ – 6208

अलीगढ – 14366

आगरा – 16144

बरेली – 727

मुरादाबाद – 83

इलाहाबाद – 22189

चित्रकूट – 190

मिर्जापुर – 90

वाराणसी – 4480

झांसी – 2482

आजमगढ – 736

गोरखपुर – 980

बस्ती – 242

लखनऊ – 13027

फैजाबाद – 21371

देवीपाटन – 1981

कुल क्षेत्रफल 136100

किसानों की आय को दोगुनी करने का तरीका अपनाया जा रहा है मूंग और उरद का बीज किसानों को आधे रेट पर मिलेगा। इससे किसानों को नुकसान की जगह अच्छा फायदा होगा।

सोराज सिंह, कृषि निदेशक

प्रदेश सरकार किसानों के हित में बात कर रही है इसलिए दलहन की फसल के अलावा भी अन्य फसलों पर सब्सिडी बढाने की कवायद चल रही है।

सूर्य प्रताप शाही, कृषि मंत्री

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