स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क
बाराबंकी। जिले के विकास भवन में किसानों को एक दिवसीय खाद और उसकी सब्सिडी से संबंधित प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान जिला कृषि अधिकारी रामकुमार यादव ने किसानों को भरोसा दिलाया कि अब सब्सिडी पर मिलने वाली खाद की काला बाजारी करने वालों के खिलाफ पूरी तरह से लगाम लगाई जाएगी।
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रामकुमार यादव ने बताया, “अब केंद्र सरकार तक पाई-पाई का हिसाब जाएगा कि जिले के जरूरतमंद किसानों को खाद उपलब्ध हो पा रही है या नहीं।” वहीं इस मौके पर मौजूद इफ्को के वरिष्ठ प्रबंधक धर्मेंद्र का कहना है कि अब खाद लेने के लिए किसान को आधार कार्ड जरूरी कर दिया गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि उस आधार कार्ड पर किसान को उसके खेतों की जरूरत के मुताबिक ही खाद दी जाएगी। इसके साथ ही जिन किसानों को खाद न मिल पाने की समस्या थी, उसका भी समाधान किया जाएगा।
उन्होंने कहा अब खाद विक्रेताओं को पीओएस मशीनों के जरिए ही खाद बेचनी होगी जिससे जितनी खाद बिक्री हो, वो ऑनलाइन सरकार तक दिख सके। इससे अह कोई किसी दूसरे के आधार कार्ड पर सब्सिडी से खाद लेना चाहे भी तो नहीं ले पाएगा। आधार कार्ड को वेरिफाई करने के लिए मशीन उसी किसान के अंगूठे का निशान लेगा जिसका वास्तव में आधार कार्ड पर खेती उपलब्ध है।
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