देश में प्याज, आलू, टमाटर के उत्पादन में मामूली कमी, रेट पर पड़ सकता है असर

कृषि मंत्रालय के तीसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार, वर्ष 2016-17 में 2.24 करोड़ टन के प्याज उत्पादन के मुकाबले इस बार 2.2 करोड़ टन प्याज उत्पादन होने का अनुमान है।
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नई दिल्ली। किसानों और खेती से जुड़े लोगों के लिए अहम ख़बर है। जिन फसलों की कीमतें हमेशा सुर्खियां बनती हैं देश में उनके उत्पादन में कमी आई है। इनमें प्याज, आलू और टमाटर शामिल हैं। हालांकि बाकी बागवनी और कुल सब्जियों का उत्पादन पिछले साल के मुकाबले ज्यादा है।

केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि 30 जून को समाप्त हुए फसल वर्ष 2017-18 में प्याज, आलू और टमाटर के उत्पादन में मामूली कमी आई है। मंत्रालय के तीसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार, वर्ष 2016-17 में 2.24 करोड़ टन के प्याज उत्पादन के मुकाबले इस बार 2.2 करोड़ टन प्याज उत्पादन होने का अनुमान है।

इसी तरह, 2016-17 में 4.86 करोड़ टन के आलू उत्पादन के मुकाबले इस बार इसका 4.85 करोड़ टन उत्पादन होने का अनुमान है जो लगभग अपरिवर्तित रुख को दर्शाता है। जबकि टमाटर का उत्पादन पहले के 2.07 करोड़ टन के मुकाबले इस बार 1.94 करोड़ टन होने का अनुमान है। 

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आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल की तुलना में सब्जियों का कुल उत्पादन एक प्रतिशत अधिक यानी 17. 97 करोड़ टन होने का अनुमान है। फल के मामले में, उत्पादन 9.7 करोड़ टन होने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 4.5 प्रतिशत अधिक होगा। कुल बागवानी फसलों का उत्पादन 2016-17 से 2.05 प्रतिशत अधिक यानी 30.68 करोड़ टन होने का अनुमान है।

बागवानी फसलों के लिए तीसरा अग्रिम अनुमान राज्य विभागों तथा (डीएएसडी), काजू और कोको विकास निदेशालय (डीसीसीडी) और राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड (एनबीबी) जैसे एजेंसियों से प्राप्त जानकारी के आधार पर तैयार किया गया है।

हालांकि इसी बीच केरल में आई बाढ़ की तबाही मसालों और कॉपी के उत्पादन पर असर डालेगी, केरल में बाढ़ से 45 लाख हेक्टेयर फसल बर्बाद हुई है। 

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