लखनऊ। गाजीपुर के कई किसानों के अरहर के फसलों में प्लूम मोथ और फल मक्खी कीट लगने से किसानों की 50 से 70 फीसदी से ज्यादा फसल को नुकसान पहुंचा है।
एक तरफ किसान जहां कम बारिश से परेशान थे, उस पर अरहर के खेतों में ये कीट लग जाने की वजह से किसानों की काफी फसल बर्बाद हो गई है।
गंगा के किनारे बसे गाजीपुर के जमानियां कस्बा के किसान खेती के लिए बारिश पर आश्रित हैं और यहां के ज्यादातर किसान अरहर की खेती करते हैं। ऐसे में इस बार फसलों में प्लूम मोथ और फल मक्खी कीट लगने से किसान काफी परेशान हैं।
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कस्बे के माजिद अली बताते हैं, “एक तो इस बार बारिश अच्छी नहीं हुई, ऐसे में वैसे ही फसल प्रभावित रही, ऊपर से मेरे फसल में प्लूम मोथ कीट लगने की वजह से करीब 80 प्रतिशत बर्बाद हो गई है।”
माजिद अली बताते हैं, “पिछली साल भी हमारे यहां अरहर की फसलों में यह कीट लग गया था, मगर उस समय फसल में 30 से 40 फीसदी का नुकसान हुआ था, मगर इस बार लगभग दोगुना नुकसान पहुंचा है।”
वहीं काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के कीट एवं कृषि जंतु विज्ञान के भूतपूर्व शोधार्थी और स्थानीय निवासी रमेश सिंह यादव बताते हैं, “माजिद अली के अलावा यहां के और किसानों की फसलों में भी यह कीट लगने की वजह से नुकसान पहुंचा है। किसानों के लिए औसत उपज निकालना भी इस बार मुश्किल हो रहा है। ये कीट 50 से 80 प्रतिशत तक अरहर की फसलों को नुकसान पहुंचाता है।”
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