बाराबंकी। अब बागवानों की माली हालत बहुत जल्द ही सुधरने वाली हैं। इसके लिए राज्य सरकार बागवानों को 50 प्रतिशत अनुदान देकर बागों की छंटाई और धुलाई कराएगी। जिससे बाग रोग मुक्त होंगे और उनका विकास अधिक होगा। फलों की उपज भी दो गुना बढ़ जाएगी। इस पर अब उद्यान विभाग विशेष कर ध्यान देगा।
विभाग गाँव-गाँव जाकर प्रचार-प्रसार कर फलों की उपज बढ़ाने के लिए बागों को छंटाई और दवाओं के माध्यम से धुलाई करने की जानकारी देंगे। राज्य औद्यानिक बागवानी मिशन के तहत वर्ष 2016 में बागवानों को अनुदान देने की योजना बनाई हैं। इस योजना का नाम पैक हाउस रखा गया हैं।
योजना के बारे में बताते हुए जिला उद्यान विभाग अधिकारी जयकरन सिंह बताते हैं, ”इस योजना में शाक-सब्जी में सामान्य वर्ग में 360 कृषकों को लागत का 40 प्रतिशत अनुदान दिया गया। वहीं अनुसूचित जाति के 342 किसानों को अनुदान मुहैया हुआ हैं, जबकि केला, आम, अमरूद और आंवला की बाग लगाने पर लागत का 60 प्रतिशत अनुदान दिया गया।”
आम, अमरूद, आंवला की फसलें अधिक समय लेती हैं, इससे ऊबकर बाग मालिक पेड़ों को कटवाकर खेत या अन्य मैदान बना लेते हैं। यही कारण है कि बागों से लोगों का मोह खत्म होता जा रहा हैं। यह सरकार के आगे सबसे बड़ी समस्या खड़ी हो गई थी। बाग न उजाड़े जाएं इसके लिए पैक हाउस योजना की शुरुआत करने जा रही हैं।
”इस अनुदान में सामान्य वर्ग के 137 और अनुसूचित जाति के 125 किसानों को अनुदान मुहैया हुआ हैं। अनुदान को तीन वर्षों तक 20-20 प्रतिशत करके दिया जाना हैं।” जयकरन आगे बताते हैं।