नई दिल्ली (भाषा)। आर्थिक थिंक टैंक एनसीएईआर द्वारा किए गए एक अध्ययन में कहा गया है कि वर्ष 2016 में बेहतर मानसून ने रिकॉर्ड खरीफ फसल उत्पादन हासिल करने में मदद की और यही प्रदर्शन अब रबी अथवा जाड़े में बोई जाने वाली फसल के मामले में भी दिखने जा रहा है।
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रबी सत्र 2017 के लिए अल्पावधिक कृषि परिदृश्य पर एनसीएईआर की रिपोर्ट के अनुसार कृषि एवं सहायक क्षेत्रों में सकल मूल्य वर्धन (जीवीए) ने वर्ष 2016-17 की दूसरी तिमाही में वर्ष दर वर्ष 3.3 प्रतिशत की महत्वपूर्ण वृद्धि दर्ज की जो वृद्धि दर इससे पिछली तिमाही में 1.8 प्रतिशत रही। कुषि क्षेत्र के लिए वर्ष 2016-17 में कुल 4.1 प्रतिशत की भारी वृद्धि दर का अनुमान है जो वृद्धि दर सूखे के प्रभाव की वजह से पिछले वर्ष में 1.2 प्रतिशत थी।
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