दुद्धी (सोनभद्र)। पचास से भी औरतें इस तपती गर्मी में सड़क पर निकल पड़ीं, किसी की गोद में बच्चा था तो किसी की पैर में टूटी चप्पल। सब एक साथ, ‘महिला संगठन का जिंदाबाद’ के नारे लगा रहीं थीं।
ये महिलाएं उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के दुद्धी ब्लॉक के तुरीडीह गाँव की रहने वाली हैं। महिलाओं ने कोटेदार से परेशान होकर इस बार लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला किया है। तुरीडीह गाँव की संगीता देवी नाराज़ होकर कहती हैं, “जो हमारे कोटेदार हैं जब हम राशन लेने जाते हैं तो वो सिर्फ दो-तीन दिन तक राशन बांटते हैं, कई बार पैसे न होने पर हम जा नहीं पाते तो दुकान बंद कर देते हैं जाओ तो गाली देते हैं, कई बार तो धक्का मार कर भगा देते हैं।”
“कोटेदार कहता है कि तुम लोग दस बजे के बाद आओ सुबह-सुबह क्यों आ जाते हो, अब बताइए हम मजदूर लोग अगर दस बजे राशन लेने जाएंगे तो काम पर कब जाएंगे। अब हम जहर खाकर, फांसी लगाकर मर जाएंगे लेकिन राशन लेने उसके दरवाजे नहीं जाएंगे, “संगीता देवी ने आगे बताया।
महिलाएं एकजुट होकर लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने को तैयार हैं। ये एक महिला नहीं सैकड़ों महिलाओं ने यही बात कही।
जबकि कोटेदार अपनी सफाई को लेकर कुछ और कह रहे हैं, “मैं 1992 से दुकानदार हूं, 24 साल से दुकान चलाता आ रहा हूं, अभी तक किसी को भी मुझसे कोई शिकायत नहीं थी, ग्राम प्रधान ने चुनावी रंजिश की वजह से ये सब किया है, पब्लिक को भड़काकर मेरे खिलाफ एफआईआर भी लिखायी है, मैंने तीन साल तक मुकदमा भी लड़ा, उसके बाद मार्च में एसडीएम की तरफ से मुझे बहाली मिली, मई महीने से हमने फिर गल्ला की निकासी और वितरण कर रहा हूं, मेरी कोई शिकायत नहीं है, प्रधान के कुछ सहयोगी घर-घर जाकर मेरे खिलाफ भड़का रहे हैं।”
इस बारे में सोनभद्र के जिलाधिकारी अमित कुमार सिंह बताते हैं, “अभी हमें इसके बारे में जानकारी मिली है, दो-तीन दिनों में इसकी जांच हो जाएगी तो सच्चाई पता चल जाएगी।”
कुंती देवी ने बताया, “राशन न मिलने के कारण हम सभी लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने वाले हैं, क्योंकि चार-पांच साल से हमें राशन नहीं मिल रहा है। कोटेदार से हम सभी परेशान हो गए हैं।”