सहारनपुर। ” खुद के हुनर को कमाई का जरिया बनाना चाहती थी। कला के क्षेत्र में कुछ करना चाहती थी। लेकिन लगातार 6 साल बैंक की नौकरी करने के बाद अपना काम शुरू करना इतना आसान नहीं था। परिवार को भी समय देना था इसलिए मैंने घर से ही कुछ करने को सोचा और आज मेरे बनाये नेमप्लेट की मांग बड़े-बड़े शहरों में है। मैं अपने परिवार को समय तो दे ही पा रही हूं साथ ही अच्छी खासी कमाई भी हो रही है।”
ये कहना है निशि चौहान वत्स (35) का। निशि सहारनपुर में रहती हैं और लकड़ी के नेमप्लेट बनाती हैं। उन्होंने घर पर सारा सेटअप बना रखा है। नेमप्लेट की डिजाइनिंग खुद करती हैं और ऑनलाइन उसकी मार्केटिंग भी।
बैंकिग से सीधे इस काम में आने का ख्याल कैसे आया इस बारे में निशि कहती हैं, ” परिवारिक जिम्मेदारियों को पूरा करना चाहती थी और खुद के वजूद को बनाये रखना भी चाहती थी। ऐसे में मैंने सोचा कि क्यों न कुछ ऐसा काम करूं जिसके लिए मुझे बाहर भी न जाना पड़े और कुछ कमाई भी होती रही। कला और रंगों के प्रति मेरा झुकाव पहले से था। शुरू में मैंने कुछ पेंटिग्स भी बनाई जो लागों को पसंद आई।”
” फिर धीरे-धीरे लकड़ी का काम सीखा। इसके लिए इंटरनेट की मदद ली। पहले खुद के लिए नेमप्लेट बनाया फिर मुझे लगा कि मैं ऐसा दूसरों के लिए भी बना सकती हूं। कुछ यूनिक करने के लिए प्रयोग के तौर इसे शुरू किया। टेक्स्ट के डिजाइन खुद बनाती हूं। उसके हिसाब लकड़ी मंगवा लेती हूं। मेरा पूरा काम ऑनलाइन होता है।” निशि आगे बताती हैं।
मूल रूप से कन्नौज की रहने वाली निशि इससे पहले कई बैंकों में अपनी सेवाएं दे रही हैं। प्रदेश के अलग-अलग जिलों में उनकी पोस्टिंग भी रही। लेकिन उनके काम के लिए सहारनपुर सबसे मुफीद साबित हुआ। इसके बारे में निशि कहती हैं कि मुझे तो यहां आने के बाद पता चला कि मैं तो अब वहां जो पूरी दुनिया में लकड़ी की कारीगरी के लिए जाना जाता है। यहां मुझे अपने जरूरत की चीजें ढूंढनी नहीं पड़ती।
निशि का पूरा काम इस समय ऑनलाइन है। उनके बनाये नेमप्लेट की बिक्रि ऑनलाइन ही है। अपने प्रोडक्ट के प्रमोशन के लिए उन्होंने अपनी सास देव वंदना हैंडीक्राफ्ट के नाम से फेसबुक पर पेज बनाया है जहां वो अपने प्रोडक्ट की जानकारी और उसकी तस्वीरें भी शेयर करती हैं। उनकी कंपनी भी इसी नाम से है।
वो आगे बताती हैं कि उनके बनाये नेमप्लेट की मांग मुंबई, दिल्ली जैसे बड़ों शहरों में खूब है। कुछ लोग ऑनलाइन ऑर्डर करते हैं तो कुछ लोग फोन पर मंगा लेते हैं। अब मांग बहुत ज्यादा आने लगी हैं। निशि कहती हैं कि त्योहारी सीजन में मांग कुछ ज्यादा ही रहती हैं। लोगों का रूझान वुडेन नेमप्लेट की तरफ तेजी से बढ़ रहा है।
निशि के पति अमन वत्स भी इस काम में उनकी मदद करते हैं। निशि कहती हैं, ” अमन मार्केटिंग के मेरी पूरी मदद करते हैं। बैंक की नौकरी के बाद उनके पास जो भी समय होता है मेरे काम को देते हैं। सच तो यह बिना उनकी मदद ये संभव ही नहीं हो पता।”
वो आगे कहती हैं कि मेरे काम का अब काफी विस्तार हो गया है और मैं काम भी अच्छा चल रहा है। मैं चाहती हूं कि और लोग इस काम से जुड़े खासकर वो महिलाएं जो पारिवारि जिम्मेदारियों की वजह से अपने सपने पूरी नहीं कर पातीं। अगर ये काम कोई सीखना चाहता है तो उसे सिखा भी सकती हूं।