सीतापुर(उत्तर प्रदेश)। दूध और उसके उत्पादों में लगातार मिलावट की खबरें आती हैं, ऐसे में अगर आपके पास विकल्प हो कि आप घर पर ही दूध बना सकते हैं। मूंगफली का दूध एक ऐसा ही विकल्प है तो पोषण से भी भरपूर होता है।
कृषि विज्ञान केंद्र, कटिया सीतापुर की वैज्ञानिक डॉ सौरभ ने घरेलू तकनीक विकसित की है, जिससे घर में आसानी से दूध बनाया जा सकता है। डॉ सौरभ बताती हैं, “गाय-भैंस के दूध के विकल्प के रूप में मूंगफली का दूध एक बढ़िया विकल्प है, जिन घरों में स्थिति बहुत अच्छी नहीं है, वहां पर मूंगफली का दूध बना सकते हैं। ग्रामीण भारत मे सब लोग तो महंगी मशीन नही ले सकते है,तो उनके लिए देशी जुगाड़ बनाया है जिस के माध्यम से घर पर ही मूंगफली का दूध निकाला जा सकता है।”
वो आगे कहती हैं, “नीति आयोग के नेशनल न्यूट्रिशन मिशन के अनुसार 2022 तक भारत को कुपोषण मुक्त भारत बनाने का लक्ष्य है, लेकिन फूड एडल्टरेशन सिक्योरिटी एनालिसिस भारत सरकार एवं यूनाइटेड नेशंस वर्ल्ड फूड प्रोग्राम की 2019 की रिपोर्ट के अनुसार भारत में विश्व के 24% कुपोषित लोग रहते हैं और 38.4% बच्चे क्रॉनिक कुपोषण के शिकार हैं। इसलिए हम नेशनल न्यूट्रिशन मिशन 2022 के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जारी गाइडलाइंस के तहत एक पॉइंट पर हम काम कर रहे हैं। यह पॉइंट है fortification डायवर्सिफिकेशन और सप्लीमेंटेशन सप्लीमेंटेशन यानी पूरक आहार प्रदान करना। इस कड़ी में कृषि विज्ञान केंद्र- द्वितीय कटिया सीतापुर द्वारा प्रोटीन से भरपूर मूंगफली का दूध बनाने की घरेलू स्तर की तकनीकी विकसित की गई है।
“अगर हम बात करते है कमर्शियल लेबल की तकनीक की तो यह तकनीक ICAR-CIPHET, लुधियाना द्वारा विकसित की गई है, लेकिन तकनीक इस्तेमाल की गई मशीन काफी महंगी है और उसके लिए पूरे सेटअप, बिजली आदि की आवश्यकता होती है। इसलिए हम ने ग्रामीण क्षेत्र को देखते हुए, पोषण से भरपूर मूंगफली का दूध बनाने की घरेलू स्तर की तकनीकी तैयार की है, जोकि बेहद ही महत्वपूर्ण साबित होगी। वहीं यह मूंगफली का दूध सोयाबीन की दूध की तरह ही गाय या भैंस के दूध का विकल्प है, “उन्होंने आगे कहा।
दूध बनाने की देशी विधि
इसके लिए एक कड़ाही, छन्नी,और एक मिक्सी चहिये अगर मिक्सी नहीं है तो कोई बात नहीं सिलबट्टे पर ले ले। सबसे पहले मूंगफली के दानों के छिलके उतार लें उसके बाद मूंगफली के दानों को हल्की आंच पर भून लें उसके बाद सभी दानों को एकत्रित कर मिक्सी या सिलबट्टे पर अच्छे पीस लें उसके बाद उसको छान लीजिये, बस तैयार हो जायेगा इसके बाद आप इस को सर्व कर सकते है।
सेहत के लिए काफ़ी फादेमंद है ये दूध
बकरी के दूध के साथ मूंगफली खाना बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए खास तौर पर बेहद पौष्टिक माना जाता रहा है। मूंगफली में 25 फीसदी प्रोटीन, 40 फीसदी जरूरी वसा अम्ल, 3 फीसदी फाइबर और 2.5 फीसदी मिनरल होता है। मूंगफली से बनने वाले दही में ठोस पदार्थ का अंश 15 फीसदी होगा। जबकि प्रोटीन की मात्रा 4.25 फीसदी होगी।