“दूर-दूर तक खानदान में कोई फिल्मी बैकग्राउंड तो है ही नहीं हमारा” नलनीश नील की कही इन बातों से ही आप अंदाजा लगा सकते हैं कि उनके लिए गांव से आकर बॉलीवुड में काम करना ज़रा मुश्किल तो रहा ही होगा। नलनीश नील ने III Smoking Barrels, Fukrey Returns, Shuddh Desi Romance, Bhor और Raees जैसी फिल्मों में काम किया है। ग्लैमर की चकाचौंध से ज़रा अलग सामान्य से दिखने वाले नलनीश लखनऊ पहुंचे थे, अपनी आने वाली फिल्म Gulabo Sitabo की शूटिंग के लिए।
गांव कनेक्शन पर नलनीश ने हमसे साझा की अपनी ज़िन्दगी से जुड़ी वो बातें जो हर उस इंसान के लिए एक उम्मीद हैं इस बात की कि सपने भले है किसी छोटे शहर या गांव की उस गली में देखें जाएं जो अप्रसिद्ध या अनजान हो, एक रोज वो सच होकर आंखों के सामने होते हैं। जब वो आपको आम से ख़ास बना देते हैं।
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले के एक छोटे से कस्बे बंडा में जन्में नलनीश ने बॉलीवुड में करियर बनाने का कभी सोचा भी नहीं था। वो इसे अपनी डेस्टिनी मानते हैं। फिल्में देखने के शौक़ीन नलनीश घर के बाहर दोस्तों के यहां टीवी देखने जाया करते थे, जिसके बाद उनके पिता को घर पर टीवी लानी ही पड़ी।
बचपन में नलनीश अलिफ लैला, महाभारत, शक्तिमान, मोगली और मालगुडी डेज जैसे प्रोग्राम बहुत मन से देखते थे। जब भी फाइट देखते तो टीवी के सामने उसे कॉपी करने की कोशिश करते। धीरे-धीरे नलनीश को ये एहसास हुआ की उन्हें एक्टिंग करना अच्छा लग रहा था। हाई स्कूल में आकर उन्होंने अपने पैरों पर खड़े होने के लिए फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी शुरू की।
वो जागरण में भी गा लिया करते थे, इन सबसे उनकी 300 की कमाई हो जाती थी। नलनीश को इस बीच मार्शल आर्ट सीखने का भी शौक लगा। आज भी नलनीश शूटिंग के बीच अपने लिए सुबह जिमनास्ट और मार्शल आर्ट का टाइम निकाल लेते हैं। नलनीश भारत नाट्य अकादमी में 2010 बैच के छात्र रहे हैं। शाहजहांपुर से इन्होंने थिएटर की शुरुआत की और FTII से एक्टिंग की बारीकियां सीखीं।
नलनीश पुणे को मुंबई से एक बेहतर शहर मानते हैं, वो कहते हैं मुंबई में जगह नहीं हैं, वहां लगता है की लोग कबूतरों की तरह रह रहे हैं। नलनीश का मानना है “ऑफर (फिल्मों में) मिलते ही नहीं हैं, वो तो बड़े-बड़े घर के लड़कों ऑफर मिलते हैं।”
नलनीश बताते हैं मैंने इंटरनेट की मदद लेकर चीज़ें सर्च की। काम मिला, फिल्में मिलती चली गईं, शुद्ध देसी रोमांस फिल्म मिली और फिर धीरे-धीरे दूसरे काम मिलना शुरू हुए। नलनीश की फिल्म भोर जो देश के सबसे बड़े फिल्म फेस्टिवल International Film Festival Of India (IFFI) में दिखाई जा चुकी है, नलनीश के एक्टिंग करियर अहम फिल्म साबित हुई। ये फिल्म बिहार की मुसहर जनजाति पर बनाई गई है।
इस फिल्म में नलनीश को 45 साल का एक करैक्टर प्ले करना था। फिल्म में अपने रोल के लिए उन्हें टैन होना पड़ा, जिसके लिए नलनीश ने बिहार की तपती धुप में दौड़ लगाई। दो महीने तक वो नहाये नहीं। नलनीश कहते हैं उन्हें सिनेमा समझना आता ही नहीं था। अपनी फिल्म थ्री स्मोकिंग बैरेल्स से नलनीश ने एक्टिंग से जुड़ी कई खूबियां सीखीं।
नए नई पीढ़ी के कलाकारों के लिए कहते हैं, वो शांत रहे और बहुत सी चीज़ों में उलझे ना। नलनीश जल्द आने वाली फिल्म गुलाबो सिताबो में नज़र आने वाले हैं, इसमें वो अमिताभ बच्चन और आयुष्मान खुराना के साथ नज़र आएंगे। नलनीश बताते हैं ये एक्टर्स बहुत ही विनीत स्वभाव के हैं।
नलनीश कहते हैं अभी मैं जीरो हूं और मुझे अभी बहुत कुछ अचीव करना है। नलनीश इंटरव्यू के अंत में बताते हैं गांव में गुल्ली डंडा खेलने, खेतों में साइकिल चलाने, कंचे खेलने इनमें एक अलग ही मिठास है। इंग्लिश में फेल हो जाने की बात जिस पर वो बचपन में बहुत रोये थे आज हंस-हंस कर बताते हैं। अभी शुरुआत है, नलनीश अपने करियर से बहुत सी उम्मीदें लगाए बैठे हैं। फिल्मों में आने का भी ना सोचने वाले नलनीश को अब यहीं अपना आने वाला कल दिखता है।
ये भी पढ़ें : देश की असली तस्वीर दिखाने के लिए गाँव पर फिल्में बनानी होंगी