लखनऊ। शारदा चिट फंड घोटाले में कोलकाता पुलिस कमिश्नर से पूछताछ करने पहुंची सीबीआई को पुलिस के द्वारा हिरासत में लेने के साथ ही पश्चिम बंगाल में सियासी ड्रामा शुरू हो गया। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सत्याग्रह शुरू करते हुए केन्द्र सरकार के खिलाफ धरना शुरू कर दिया।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने धर्मतल्ला सड़क पर ही कैबिनेट बैठक करने और फोन पर ही विधानसभा सत्र को संबोधित करने की बात कही है। वहीं, सीबीआई ने इस मामले में राज्यपाल से दखल देने की अपील की है, साथ ही सरकारी काम में बाधा डालने के लिए ममता बनर्जी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट भी जाएगी।
प. बंगाल में शुरू हुए सियासी ड्रामे के बीच तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राज्य में आगजनी करते हुए देर रात हंगामा शुरू कर दिया।
कोलकाता के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के समर्थन धरने पर बैठी ममता बनर्जी को पूरे विपक्ष का साथ मिल रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव, चंद्र बाबू नायडू, अरविंद केजरी वाल समेत कई नेताओं ने फोन करके इस सियासी जंग में समर्थन देने की बात कही है।
धरने पर बैठी ममता बनर्जी ने कहा, “बाबा साहेब अंबेडकर ने संविधान की रचना की थी, हम संविधान की रक्षा के लिए धरने पर बैठै हैँ।” वहीं देर रात प. बंगाल के मुख्य सचिव और डीजीपी ने राज्यपाल से मुलाकात स्थिति से अवगत कराया।
बंगाल में हो रहे इस बवाल को इस नजिरए से भी देखा जा सकता है कि दिन में ममता बनर्जी ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को रैली करने से रोक दिया था और उनके हेलीकाप्टर को उतरने नहीं दिया।
इसके बाद शाम को शारदा चिट फंड घोटाले में जांच के लिए सीबीआई के अधिकारी कोलकाता के पुलिस कमिश्नर के घर जा पहुंचे। इसके बाद वहां मौजूद अधिकारियों ने वारंट दिखाने को कहा। जिसके बाद हाथापाई के बाद पांच अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
इधर पुलिस ने सीबीआई के दफ्तर को घेर लिया तो केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल को सीबीआई के दफ्तर की सुरक्षा के लिए भेज दिया गया।
वहीं, धरनास्थल पर बने मंच पर एक कुर्सी पर बैठीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, “मोदी के हटने तक यहां से नहीं हटूंगी। मोदी और अमित शाह ने परेशान कर दिया है। वो बदले की राजनीति कर रहे हैं।