देश की एक बड़ी जनसंख्या मछली पालन से जुड़ी हुई है, मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए हर साल अलग-अलग राज्यों और जिलों को मछली पालन के प्रोत्साहन के लिए पुरस्कार दिया जाता है। इस बार भी कई राज्यों और उनके जिलों को मछली पालन के क्षेत्र में पुरस्कार दिए जा रहे हैं।
राष्ट्रीय मात्स्यिकी विकास बोर्ड (एनएफडीबी) हैदराबाद ने तीन श्रेणियों में सर्वश्रेष्ठ राज्यों को चुना है। सर्वश्रेष्ठ समुद्री राज्य का पुरस्कार आंध्र प्रदेश को दिया जा रहा है।
मत्स्य पालन विभाग के अनुसार 2019-20 में समुद्री क्षेत्र में 37.27 लाख टन मछलियों का उत्पादन हुआ था। इसमें आंध्र प्रदेश में 5.64 लाख टन मछली पालन का उत्पादन हुआ।
Department of fisheries Government of India congratulates all the winners of the competition held for Best State, Best District, and Best Quasi Government Organization/ Federation/Corporation/Board (Category A) on the occasion of #WorldFisheriesDay2021.#DeptofFisheries #awards pic.twitter.com/TFYa9PON3a
— Department of Fisheries, Min of FAH&D (@FisheriesGoI) November 19, 2021
सर्वश्रेष्ठ जिले का पुरस्कार ओडिशा के बालासोर जिले को मिल रहा है।
जबकि सर्वश्रेष्ठ अंतर्देशीय प्रदेश का पुरस्कार तेलंगाना को मिल रहा है, मत्स्य पालन विभाग के अनुसार 2019-20 में अंतर्देशीय क्षेत्रों में 104.37 लाख टन मछली का उत्पादन हुआ, तेलंगाना में 3 लाख टन मछली का उत्पादन हुआ था।
सर्वश्रेष्ठ अंतर्देशीय जिले का पुरस्कार मध्य प्रदेश के बालाघाट को मिल रहा है।
सर्वश्रेष्ठ पहाड़ी और उत्तर पूर्वी राज्य का पुरस्कार त्रिपुरा को मिल रहा है, 2019-20 में यहां पर 0.78 लाख टन मछली का उत्पादन हुआ था। जबकि सर्वश्रेष्ठ पहाड़ी और उत्तर पूर्वी जिले के का पुरस्कार असम के बंगाईगाँव को दिया जा रहा है।
सर्वश्रेष्ठ अंतर्देशीय अर्ध सरकारी संगठन/महासंघ/निगम/बोर्ड का पुरस्कार उत्तर प्रदेश मत्स्य जीवी सहकारी संघ लिमिटेड, उत्तर प्रदेश और केरल स्टेट कॉपरेटिव फेडरेशन फॉर फिशरीज डेवलपमेंट, केरल को मिल रहा है।
सर्वश्रेष्ठ मछली पालक का सम्मान समुद्री क्षेत्र के लिए आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले के एल विजय कुमार रेड्डी, अंतर्देशीय क्षेत्र के लिए उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के मोहम्मद आसिफ और सर्वश्रेष्ठ पहाड़ी और उत्तर पूर्वी के किसान का सम्मान असम के बिश्वनाथ जिले के अनूप कुमार को मिल रहा है।
Department of Fisheries Government of India Announces Best Fish Farmers winners in Fisheries Sector.#DeptofFisheries #WorldFisheriesDay2021 #awards pic.twitter.com/4HpcE3QMEI
— Department of Fisheries, Min of FAH&D (@FisheriesGoI) November 20, 2021
सर्वेश्रेष्ठ हैचरी का पुरस्कार ओडिशा के बालागिर जिले के सपन फिश सीड फार्म, सर्वेश्रेष्ठ झींगा हैचरी का पुरस्कार आंध्र प्रदेश के पश्चिमी गोदावरी जिले के श्रीनिधि बॉयोटेक्नोलॉजी और सर्वश्रेष्ठ मरीन मिन फिश का पुरस्कार आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले के एमएसआर एक्वा प्राइवेट लिमिटेड को दिया जा रहा है।
विश्व भर में सभी मछुआरों, मछली किसानों और संबंधित हितधारकों के साथ एकजुटता को प्रदर्शित करने के लिए हर वर्ष 21 नवंबर को विश्व मत्स्य दिवस मनाया जाता है। इसकी शुरुआत 1997 में हुई थी।
भारत सरकार देश में नील क्रांति के माध्यम से इस क्षेत्र को बदलने और आर्थिक क्रांति का शुभारंभ करने में अग्रणी है। भारत दुनिया में जलीय कृषि के माध्यम से मछली उत्पादन करने वाला दूसरा प्रमुख उत्पादक देश है।
भारत वैश्विक मछली उत्पादन में लगभग 7.7 प्रतिशत योगदान देता है और देश मछली उत्पादों के वैश्विक निर्यात में चौथे स्थान पर है।
मत्स्य विभाग की ओर आर्थिक रूप से कमजोर मत्स्य पालकों को आवास के साथ समय पर मत्स्य बीज उपलब्ध करा उनकी आमदनी बढ़ाने काम किया जा रहा है। मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) की शुरूआत की है। इसे आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत साल 2020-21 से साल 2024-25 तक सभी प्रदेशों और संघ शासित राज्यों में लागू करना है।