यूपी: मूसलाधार बारिश के साथ तेज हवा का सिलसिला जारी, धान और गन्ने की फसल को भारी नुकसान

यूपी के कई जिलों में हो रही बारिश से किसानों के चेहरे खिलने के बजाए मुरझा गए हैं। तेज बारिश के चल रही हवा से धान की अगैती फसल गिर रही है, तो धान के फूल झड़ रहे हैं। इसके साथ ही गन्ने की फसल को भी हवा से नुकसान है।
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लखनऊ (उत्तर प्रदेश)। उत्तर प्रदेश के 2 दर्जन से ज्यादा जिलों में पिछले 15 सितंबर से मूसलाधार बारिश का सिलसिला जारी है। बारिश के साथ तेज हवाएं चल रही हैं। बारिश और हवा के एक साथ आने प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में फसलों को भारी नुकसान की आशंका है तो  कई शहर में लोग जलभराव का सामना कर रहे हैं।

बारिश का दौर कई जिलों में बुधवार की दोपहर से शुरु हुआ था, लेकिन रात में कई जिलों में तेज बारिश और हवा का सिलसिला चल पड़ा है। मूसलाधार बारिश के चलते फसलें गिर गई हैं। तेज हवा से कई जगह पेड़ गिर गए हैं। कई जिलों के ग्रामीण इलाकों में एहतियातन बिजली काट दी गई है। यहां तक की लखनऊ के गोमतीनगर समेत कई इलाकों में भारी जलभराव और लगातार बारिश को देखते हुए दोपहर तक बिजली सप्लाई बाधित रही। ज्यादातर इलाकों में काले-काले बादल छाए हुए हैं। मौसम का ये बदला रुख किसानों के लिए खतरे की घंटी है।

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मेरठ जिले में भटीपुरा गांव के किसान नितिन काजला के मुताबिक बारिश और हवा की यही रफ्तार रही तो धान और गन्ना दोनों को नुकसान होगा। “सुबह से तेज बारिश हो रही है। बहुत लोगों की धान की फसल गिर रही है। जो अगैती धान की फसल थी वो पिछले हफ्ते आई बारिश में ही गिर गई थी। गन्ना भी गिर सकता है।”

“बारिश के साथ हवा चल रही है, इसलिए ये बारिश धान-गन्ना और दूसरी फसलों के लिए नुकसानदायक है। जिन इलाकों में धान बालियां आ गईँ हैं वो फसल गिर जाएगी। और जिसमे फूल आएंगे वो भी गिर जाएंगे तो दोनों का असर पैदावार पर पड़ेगा।” यूपी के बलरामपुर जिले में स्थित कृषि विज्ञान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक डॉ. अंकित तिवारी फोन पर बताते हैं।

उत्तर प्रदेश में मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता ने गांव कनेक्शन को बताया कि ज्यादातर जिलों में तेज बारिश हो रही है। 16 सितंबर की सुबह 8.30 बजे तक 108 मिलीमीटर बारिश हुई थी। 17 सितंबर को भी कई जिलों में लाइट रेन (हल्की बारिश) का सिलसिला जारी रह सकता है।”

यूपी के बाराबंकी जिले के बेलहरा के आसपास गिरी पड़ी धान की फसल। फोटो-वीरेंद्र सिंह

किसानों के मुताबिक अगर अगले एक दो दिन और बारिश हुई तो खेतों में गिरी धान की फसल सड़ने लग जाएगी। जबकि जिन फसलों में फूल आ रहे हैं, बालियां बनना शुरु हुई हैं, उनमें फूल झड़ जाने से दाने नहीं बन पाएंगे।

उत्तर प्रदेश में बाराबंकी जिले के कम्युनिटी जर्नलिस्ट वीरेंद्र सिंह के मुताबिक रात से ही तेज बारिश हो रही है। यहां ज्यादातर लोग अगैती धान लगाते हैं, जिसे काटकर आलू बोते हैं। उन्हें काफी नुकसान हो सकता है। खेतों में 10-12 इंच पानी भर गया है। ऐसे में किसान अपनी फसलों को लेकर परेशान हैं। धान के साथ गोभी और दूसरी बेल वाली सब्जियों को नुकसान हो जाएगा।” वहीं उन्नाव के कम्युनिटी जर्नलिस्ट सुमित यादव के मुताबिक बृहस्तिवार से ही रुक-रुक कर बारिश का सिलसिला दजारी है। धान की अगैती फसल को नुकसान है लेकिन सिंचाई का इंतजार कर रही बाकी फसल को फायदा हो सकता है।

धान के साथ गन्ने की फसल को भी नुकसान

बलरामपुर जिले में स्थित कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि मौसम विभाग में वैज्ञानिक और विषय वस्तु जानकार डॉ अंकित तिवारी कहते हैं धान में बालियां बन रही हैं, ऐसे में खेत में नमी ये फायदा होता लेकिन एक तो बारिश ज्यादा है, ऊपर से हवा तेज चल रही है जो नुकसान दायक है।

उत्तर प्रदेश में गन्ने की खेती भी बड़े पैमाने पर होती है। इस वक्त तक गन्ना एक अच्छी लंबाई में होता है। अंकित मिश्रा कहते हैं, “बारिश का सिलसिला कई दिनों का है तो जिन लोगों ने गन्ने की बंधाई नहीं की है। वहांं गन्ना गिरने की आशंका है। अभी गन्ना गिरा तो किसानों का नुकसान होगा।” शामली जिले के निवासी पंकज मलिक के मुताबिक उनका गन्ना 5-7 फीट का हो गया है। 16 तारीख को करीब 11 बजे बारिश शुरु हुई। तेज हवा भी है, गन्ना गिर रहा है। अभी मिल चालू होने में समय है, ऐसे में नीचे गिरने से उसका वजन कम हो जाएगा।

मौसम विभाग के मुताबिक अगले एक दो दिन ऐसा ही रहेगा मौसम

बारिश के हिसाब से पिछले 24 घंटे काफी अच्छे गए है। आईएमडी के मुताबिक लगभग पूरे भारत में अच्छी वर्षा दर्ज की गई है। भारत मौसम विभाग ने 15 सितंबर से 17 सितंबर के बीच उत्तर प्रदेश के साथ ही गुजरात, पश्चिमी मध्य प्रदेश, पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान के कुछ इलाकों में भारी बारिश और तेज हवा की चेतावनी जारी की थी।

जबकि 16 तारीख को ताजा अपडेट में मौसम विभाग के हरियाणा के सोनीपत, पानीपत, हांसी रोहतक, तोशाम, भिवानी, लेकर बावल तक कई जिलों में हल्की और मध्यम त्रीवता की बारिश के साथ गरज की चेतावनी जारी की है। इसके साथ ही एनसीआर, यूपी में मेरठ, हापुड़ बुलंदशहर,अमरोहा के आसपास में कई जगह तेज तो कई जगह हल्की बारिश की चेतवानी दी है।

उत्तर प्रदेश में भी कई जिले बारिश के लिए तरस रहे हैं। आईएमडी के मुताबिक उत्तर प्रदेश में जून से 15 सितंबर तक 732.1 मिलीमीटर की औसत बारिश के मुकाबले 632.5 मिलीमीटर बारिश हुई है जो सामान्य से 14 फीसदी कम रही थी। पिछला हफ्ता भी पूरे प्रदेश में सूखा गया है। 9 सितंबर से लेकर 15 सितंबर तक सामान्य से 48 फीसदी कम बारिश हुई थी। लेकिन 15 सितंबर के बाद मौसम बदला और प्रदेश के ज्यादातर जिलों में भारी बारिश हो रही है।

बाराबंकी जिले का वो घर जहां दीवार गिरने से पिता-पुत्र की मृत्यु हुई।

बाराबंकी के रामसनेही घाट इलाके के बसैगापुर गांव में कच्चे घर की दिवार गिरने से 40 साल के रामलाल और उनके 7 साल के बेटे की मृत्यु हो गई। वहीं सीतापुर के पहला ब्लॉक के नवाबपुर गांव में दीवार गिरने से 4 साल की बच्ची की मौत हो गई। बच्ची अपने दो भाई-बहनों के साथ सो रही थी। दोनों को उपचार के लिए भर्ती कराया गया है। कई दूसरे जिलों में भी छप्पर, कच्चे मकान, पेड़ और खंभे गिरने की खबर है।

प्रदेश में अतिवृष्टि को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सभी मंडलायुक्तों को तत्काल राहत पहुंचाने के आदेश दिए थे। साथ ही सभी जिलों से नुकसान का आंकलन कर रिपोर्ट मांगी गई है। मुख्यमंत्री ने बाढ़, घर गिरने या फिर आकाशीय बिजली की चपेट में आकर हुई मौतों के लिए दुख जताया है साथ ही आपदा राहत कोष से तत्काल वित्तीय मदद के आदेश दिए हैं। यूपी 17 और 18 को सभी स्कूल-कॉलेज बंद करने के आदेश दिए थे।

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