आज 1 फरवरी को 11 बजे से बजट भाषण शुरू होगा, कोविड-19 महामारी के दो सालों के बाद भी घरेलू और वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं के सामने अब भी इससे पूरी तरह उबरने की चुनौती है।
सोमवार 31 जनवरी को पेश किए इकॉनमिक सर्वे में सरकार ने कहा है कि आर्थिक गतिविधियां महामारी के पूर्व स्तर पर पहुंच गई हैं। ऐसे में सरकार इस बजट में अपना फोकस आर्थिक मोर्चे पर गति को इससे भी ऊपर ले जाने का लक्ष्य रख सकती है।
आम जनता को इस बजट से बहुत उम्मीदें हैं। साल 2021 में महंगाई ने नया कीर्तिमान बनाया है. ऐसे में लोग इस आशा में हैं कि बजट में उन्हें सरकार की तरफ से कुछ राहत मिल सकती है।
एक अहम पहलू इस महीने देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव भी हैं। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा में इस महीने विधानसभा चुनावों के लिए मतदान होने हैं। ऐसे में माना जा सकता है कि सरकार इन राज्यों के लिए खास योजनाओं और फंडिंग से जुड़ी घोषणाएं भी कर सकती है।
वित्त मंत्री पारंपरिक ‘बही खाता’ के बजाय एक टैब के माध्यम से संसद में बजट पेश करेंगी और पढ़ेंगी, पूरी तरह से पेपरलेस बजट होगा।