भारतीय प्रेस संस्थान (पीआईआई), चेन्नई और रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति (आईसीआरसी), नई दिल्ली ने इस वर्ष के सर्वश्रेष्ठ लेख और सर्वश्रेष्ठ के लिए पीआईआई-आईसीआरसी वार्षिक पुरस्कारों के विजेताओं की घोषणा की।
गाँव कनेक्शन के एसोसिएट एडिटर अरविंद शुक्ला को कोविड के दौरान की गई ग्राउंड रिपोर्ट के लिए अवार्ड मिला है। पुरस्कारों के 15वें संस्करण की थीम थी सुपरहीरो: बैटलिंग एट द फ्रंटलाइन इन द टाइम ऑफ क्राइसिस (Superheroes: Battling at the Frontline in the Time of Crisis)।
अरविंद शुक्ला ने कोविड के दौरान बुंदेलखंड में “बुंदेलखंड लाइव: सूखी रोटी भी इनके लिए लग्जरी है, दूरदराज के गांवों की कड़वी हकीकत दिखाती 14 साल की एक लड़की” शीर्षक से ग्राउंड रिपोर्ट की थी। इस ग्राउंड रिपोर्ट के लिए उन्हें स्पेशल मेंशन कैटेगरी में अवार्ड दिया गया है।
अरविंद शुक्ला के साथ गाँव कनेक्शन के लिए नीतू सिंह को भी स्पेशल मेंशन कैटेगरी में अवार्ड दिया गया है। नीतू सिंह कोविड के दौरान गर्भवती महिलाओं की परेशानियों में खबर की थी। लॉकडाउन से एक महीने के ज्यादा समय में लाखों गर्भवती महिलाओं को न तो टीके लगे और न ही प्रसव पूर्व जांचे हुई। ऐसा ही हाल बच्चों का भी है, जो इनके जीवन के लिए बड़ा खतरा बन सकता है।
.@AShukkla receives a Special Mention in the Best Article category for his piece, ‘COVID-19 lockdown: In remote villages, people survive on just dry rotis’, which appeared in @GaonConnection.#ICRCPIIAwards pic.twitter.com/6WENre5T13
— ICRC New Delhi (@ICRC_nd) November 19, 2021
सर्वश्रेष्ठ लेख श्रेणी में प्रथम पुरस्कार द न्यूज मिनट की न्यूज एडिटर की अन्ना इसाक समाचार संपादक, दूसरा पुरस्कार द हिंदू बिजनेस लाइन की सहायक संपादक श्रिया मोहन और तीसरा पुरस्कार द इंडियन एक्सप्रेस की तबस्सुम बरनगरवाला को दिया गया।
इसके साथ ही सात पत्रकारों/फोटोग्राफरों को स्पेशल मेंशन कैटेगरी पुरस्कार प्रदान करने का निर्णय लिया।
सर्वश्रेष्ठ लेख के लिए विशेष उल्लेख श्रेणी में सात पत्रकार शेफाली भट्ट, वरिष्ठ सहायक संपादक, मिंट; ज्योति यादव, वरिष्ठ संवाददाता, द प्रिंट; और स्वतंत्र पत्रकार जिज्ञासु मिश्रा और फरजाना निसार को दिया गया।
बेस्ट फोटोग्राफ श्रेणी में दीपक जोशी, फोटोग्राफर, द इंडियन एक्सप्रेस ने ‘कोरोना काल के दौरान शारीरिक अक्षमता पर काबू पाने वाली एक महिला शिक्षक की एक अनूठी गतिविधि’ को कैप्चर करने वाली अपनी तस्वीर के लिए पहला पुरस्कार जीता।
शशांक परेड, फोटो जर्नलिस्ट, प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (पीटीआई) ने डेक्कन हेराल्ड में प्रकाशित अपनी तस्वीर के लिए दूसरा पुरस्कार जीता,’। इंडियन एक्सप्रेस के फ़ोटोग्राफ़र जयपाल सिंह ने अपनी तस्वीर के लिए तीसरा पुरस्कार जीता।
सर्वश्रेष्ठ फोटोग्राफ श्रेणी में, सात विशेष उल्लेख पुरस्कारों के विजेता थे: सी. बीजू, मुख्य समाचार फोटोग्राफर, मातृभूमि; ई.वी. रागेश, वरिष्ठ समाचार फोटोग्राफर, मातृभूमि; मुरलीकृष्णन, मुख्य फोटोग्राफर, मातृभूमि; अभिजीत रवि, फोटो जर्नलिस्ट, केरल कौमुदी; सलमान अली, वरिष्ठ फोटो पत्रकार, एचटी मीडिया; फ्रीलांस फोटो जर्नलिस्ट मयंक मखीजा; और स्वतंत्र समाचार फोटोग्राफर पारुल शर्मा।