चार महीने से कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों ने मई के पहले पखवाड़े में दिल्ली कूच (संसद कूच) का ऐलान किया है। संयुक्त किसान मोर्चा ने बुधवार को सिंघु बॉर्डर पर इसका ऐलान किया है,। किसान संसद भवन की तरफ पैदल कूच करेंगे हालांकि तारीख अभी तय नहीं है।
तीनों नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलनरत किसानों ने आंदोलन के आगे की रणनीति का ऐलान किया है। बुधवार (31 मार्च-2021) को सिंघु बॉर्डर पर आयोजित पत्रकार वार्ता में किसान नेताओं ने इसका ऐलान किया।
संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य और भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) के अध्यक्ष गुरुनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा, “संसद तक कूच की तारीख अभी तय नहीं है क्योंकि हमारे कई नेताओं के देश के अलग-अलग हिस्सों में कार्यक्रम लगे हैं। लेकिन मई के पहले पखवाड़े में दिल्ली कूच होगा। संसद तक हमारा मार्च शांति पूर्वक होगा और वहीं पर डेरा डालेंगे। इस दौरान कोई गड़बड़ी न हो इसलिए हम टीमें बनाएंगे और शांति व्यवस्था बनाए रखने के सारे उपाय करेंगे।”
मई के पहले हफ्ते में होगा पैदल संसद कूच – @GurnamsinghBku pic.twitter.com/hbLHUVXWMI
— Bhartiya Kisan Union Charuni (@BKU_Charhuni) March 31, 2021
सिंघु बॉर्डर पर गुरुनाम सिंह चढूनी ने पत्रकार वार्ता में कहा, “मई के पहले पखवाड़े में संसद कूच का प्रोग्राम बनाया गया है। हमारे पूरे देश से लोग शामिल होंगे। जिसमें मजदूर, बेरोजगार और किसान लोग शामिल होंगे। बॉर्डर तक लोग अपनी अपनी सवारियों में आएंगे और आगे पैदल जाएंगे, आगे ट्रैक्टर लेकर नहीं जाएंगे ताकि 26 जनवरी जैसी कोई घटना न होगा।” 26 जनवरी को लालकिले और दिल्ली में कई जगहों पर हुई हिंसक घटनाओं के बाद देशभर में किसानों के ट्रैक्टर मार्च की आलोचना हुई थी।
संयुक्त किसान मोर्चा ने 5 अप्रैल को देशभर में एफसीआई (Food Corporation of India) बचाओ दिवस मनाने का ऐलान किया है। इस दिन आंदोलनकारी किसान देशभर में एफसीआई के दफ्तरों का घेराव किया जाएगा
इससे अलावा 14 अप्रैल को संयुक्त किसान मोर्चा ने संविधान बचाओ दिवस मनाने का ऐलान किया है। इससे अलावा 14 अप्रैल को संयुक्त किसान मोर्चा ने संविधान बचाओ दिवस मनाने का ऐलान किया है। किसानों के अधिवक्ता प्रेम सिंह भंगू ने कहा, “संविधान के निर्माता डॉ. भीम राव अंबेडकर को याद करते हुए संविधान को बचाओ दिवस मनाएंगे, संविधान बचेगा तो लोकतंत्र बचेगा।” इससे पहले 30 मार्च को हरियाणा के किसान नेताओं की अलग मीटिंग हुई थी, लेकिन कई बड़े नेताओं की गैरमजूदगी के चलते फैसला नहीं हो पाया था।
संयुक्त किसान मोर्चा के कार्यक्रम
5 अप्रैल को FCI बचाओ दिवस मनाया जाएगा जिस दिन देशभर में FCI के दफ्तरों का घेराव किया जाएगा।
10 अप्रैल को 24 घण्टों के लिए केएमपी (कुंडली, मानेसर और पलवल एक्सप्रेव-वे) ब्लॉक किया जाएगा।
13 अप्रैल को वैशाखी का त्यौहार दिल्ली की सीमाओं पर मनाया जाएगा।
14 अप्रैल को डॉ भीम राव अम्बेडकर की जयंती पर सविंधान बचाओ दिवस मनाया जाएगा।
1 मई मजदूर दिवस दिल्ली के बोर्डर्स पर मनाया जाएगा। इस दिन सभी कार्यक्रम मजदूर किसान एकता को समर्पित होगा।
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