लखीमपुर खीरी (उत्तर प्रदेश)। लखीमपुर खीरी में हिंसा के विरोध में पहुंचे किसान नेताओं की बैठक के बाद उन्होंने अपनी मांगें रखीं हैं।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत समेत दस किसानों ने बैठक की जिसमें लखीमपुर के जिलाधिकारी और एसपी भी शामिल हुए। बैठक बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में फैसला लिया गया है कि एफआईआर की कॉपी मांगी है उसी के बाद ही आगे बात की जाएगी। हमारी मांग है कि मंत्री को बर्खास्त किया जाए, मंत्री के बेटे को गिरफ्तार किया जाए और मंत्री को मुख्य साजिशकर्ता मानते हुए 120बी के तहत कार्यवाही की जाए और मृतक किसानों के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा और सरकारी नौकरी दी जाए और न्याय दिया जाए। तब तक तो शवों का अंतिम संस्कार किया जाएगा और न ही पोस्टमार्टम होगा।
लखीमपुर खीरी हिंसा: @RakeshTikaitBKU ने कहा, “मंत्री की बर्खास्तगी और बेटे की गिरफ्तारी के बाद ही होगा किसानों के शवों का अंतिम संस्कार तभी खत्म करेंगे प्रदर्शन”#lakhimpurkheri
— GaonConnection (@GaonConnection) October 4, 2021
राकेश टिकैत सहित कई किसान नेता धरने पर बैठ गए हैं।
राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों का आंदोलन जारी रहेगा, कृषि कानूनों के विरोध में चल रहा किसान आंदोलन अलग मुद्दा है यहां का मुद्दा अलग है। किसान यहां पर किसी पार्टी का विरोध नहीं कर रहे थे। वो तो हेलीपैड पर बैठे थे, उन्हें यहां आकर मारा गया है।”
हिंसा में आठ लोगों की मौत हुई है, जिसमें 4 किसान और 3 बीजेपी कार्यकर्ता भी शामिल हैं।
इसपर राकेश टिकैत ने कहा, “बाकी लोग जो मारे गए हैं वो आत्मरक्षा में मारे गए हैं, क्योंकि हमलावर यहां आ गए थे, बाकी लोगों की मौत का भी हमें दुख है।”
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता धर्मेंद्र मलिक ने कहा, “यह पहली घटना है जब किसी प्रदर्शन में लोगों को मारा गया है। यह सरकार दंगों और विवादों पर बनी थी। जो चाहती है कि यही होता रहे, लेकिन हम नहीं चाहते कि ऐसा कुछ हो।”
आज सभी जिलों में जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना दिया जाएगा और उन्हें ज्ञापन सौंपा जाएगा।
धर्मेंद्र मलिक ने आगे कहा कि सभी यहां आना चाह रहे हैं उनसे कहा गया है कि सभी अपने जिलों में रहें और आगे की रणनीति की तैयारी करें।
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा के तिकुनिया स्थित गांव का दौरा कर रहे थे, जब विरोध कर रहे किसानों और स्थानीय राजनीतिक नेताओं के बीच झड़प हो गई।