केंद्र सरकार ने लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दर घटाने का फैसला 24 घंटे के अंदर ही वापस ले लिया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि गलती से ब्याज दर घटाने का आदेश जारी हो गया था। वित्त मंत्री ने ट्वीट कर कहा कि सभी योजनाओं पर ब्याज दर वही रहेगी जो पिछले साल मार्च तिमाही में थी।
पहले ब्याज दरों में कटौती का हुआ था ऐलान
इससे पहले 31 मार्च दिन बुधवार को सरकार ने एक अप्रैल 2021 से छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों को घटाने का ऐलान कर दिया था। सरकार ने नोटिफिकेशन जारी करके कहा था कि सामान्य बचत खातों में जमा राशि पर ब्याज दर को चार फीसदी से घटाकर 3.5 फीसदी सालाना कर दिया जाएगा। इसके अलावा एक वर्ष से लेकर पांच वर्ष तक की छोटी बचत योजनाओं पर भी ब्याज दरों में कटौती की गई थी।
पांच वर्ष तक की रिकरिंग डिपॉजिट योजना पर ब्याज दर 5.8 फीसदी से घटाकर 5.3 फीसदी कर दी गई थी। वरिष्ठ नागरिकों की बचत योजनाओं पर ब्याज दर को 7.4 फीसदी से घटाकर 6.5 फीसदी करने कर दिया गया था। इसी तरह राष्ट्रीय बचत पत्र, किसान विकास पत्र पर भी ब्याज दर घटाई गई थी। पीपीएफ पर मिलने वाले ब्याज की दर को 7.1 फीसदी से घटाकर 6.4 फीसदी सालाना कर दिया गया था। एक साल की जमा पर ब्याज को 5.5 फीसदी से घटाकर 4.4 फीसदी तिमाही कर दिया गया था।
Interest rates of small savings schemes of GoI shall continue to be at the rates which existed in the last quarter of 2020-2021, ie, rates that prevailed as of March 2021.
Orders issued by oversight shall be withdrawn. @FinMinIndia @PIB_India— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) April 1, 2021
फैसला वापस लेने के बाद क्या होगी स्थिति
जैसा कि वित्त मंत्री ने अपने ट्वीट में कहा है कि ब्याज दरें जो पहले थीं, वही रहेंगी, यानी कि सभी योजनाओं पर ब्याज दर वही रहेगी जो पिछले साल मार्च तिमाही में थी।
सुकन्या समृद्धि योजना
सरकार ने इस लोकप्रिय योजना पर मिलने वाले ब्याज को 7.6 फीसदी से घटाकर 6.9 फीसदी कर दिया गया था, जिसे अब वापस ले लिया गया है। अब ब्याज 7.6 फीसदी ब्याज ही मिलेगा
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)
पीपीएमफ पर दिए जाने वाली ब्याज दर को घटाकर 6.4 फीसदी कर दिया गया था, जो पहले 7.1 फीसदी थी, अब ब्याज दर 7.1 फीसदी ही मिलेगी। इसकी मेच्योरिटी 15 साल की है।
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS)
केंद्र सरकार ने सीनियर सिटीजंस सेविंग स्कीम पर मिलने वाले ब्याज को 7.4 फीसदी से घटाकर 6.5 फीसदी कर दिया था, लेकिन अब घबराने वाली बात नहीं है। ब्याज की दर 7.4 फीसदी ही रहेगी।
किसान विकास पत्र (KVP)
केंद्र सरकार के ब्याज कटौती के फैसले के बाद किसानों पर दो तरफा मार पड़ी थी। ब्याज दरों में काटौती तो की ही गई थी, इसके अलावा इसकी अवधि को 124 महीने से बढ़ाकर 138 दिन महीने कर दिया था। लेकिन अब ये पहले जैसी ही रहेगी। मतलब 6.9 फीसदी ब्याज दर ही रहेगी और यह 124 महीने में मैच्योर होगा।
मंथली इनकम स्कीम यानी MIS
पोस्ट ऑफिस की सकीम पर पहले जैसा 6.6 फीसदी सालाना ब्याज मिलता रहेगा, हालांकि इसे भी घटाकर 5.7 फीसदी कर दिया गया था।
सेविंग डिपॉजिट (टाइम डिपॉजिट स्कीम)
- साल की जमा पर: 5.50%
- साल की जमा पर: 5.50%
- साल की जमा पर: 5.50%
- साल की जमा पर: 6.70%
- साल की रिकरिंट डिपॉजिट पर: 5.8%