कोविड टीकाकरण को लेकर लोगों में कई भ्रांतियां हैं, ऐसे में कोरोना टीकाकरण अभियान के बीच भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की तरफ से राहत भरी खबर आयी है। इसके अनुसार कोविड का टीका गर्भवती महिलाओं को भी दिया जा सकता है।
आईसीएमआर के महानिदेशक डॉक्टर बलराम भार्गव ने कहा कि कोविशील्ड और कोवाक्सिन का टीका कोरोना वायरस के अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ कारगर है। आईसीएमआर के अनुसार, कोविड का डेल्टा प्लस वेरिएंट अब तक दुनिया के 12 देशों में पाया गया है। वहीं हमारे देश में अब तक इसके 48 मामलों की पहचान की गई है।
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— #IndiaFightsCorona (@COVIDNewsByMIB) June 25, 2021
डॉक्टर भार्गव ने कहा कि कोविड का टीका गर्भवती महिलाओं को भी दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा निर्देशों में भी इसका उल्लेख किया गया है। हमने कोरोना वायरस के अन्य वेरिएंट का जिस प्रकार से परीक्षण किया था उसी प्रकार से डेल्टा प्लस पर भी अनुसंधान किया जा रहा है। माना जा रहा है कि अगले सात से 10 दिनों में इसके परिणाम भी मिल जाएंगे।
डॉक्टर भार्गव ने बच्चों को वैक्सीन देने के सवाल पर कहा कि अभी अमेरिका ही एक देश है जो इस समय बच्चों को वैक्सीन दे रहा है। क्या बहुत छोटे बच्चों को कभी टीके की आवश्यकता होगी, यह अभी भी एक प्रश्न है। जब तक हमारे पास बच्चों के टीकाकरण पर अधिक डेटा नहीं होगा, हम बड़े पैमाने पर बच्चों का टीकाकरण करने की स्थिति में नहीं होंगे। हालांकि, हमने 2-18 वर्ष की आयु के बच्चों पर एक छोटा सा अध्ययन शुरू किया है और हमारे पास सितंबर या उसके बाद इसके परिणाम होंगे।