लखनऊ। भारत के उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार को दिए ऐतिहासिक फैसले में तीन तलाक को असंवैधानिक बताते हुए इस पर रोक लगा दी। साथ ही सरकार से कहा कि वह इस पर सख्त कानून बनाए। ज़्यादातर भारतीयों ने इस फैसले का खुले दिल से स्वागत किया। हालांकि कुछ लोगों के बीच विचारों को लेकर मतभेत भी हुआ लेकिन इनकी संख्या बहुत कम है।
भारत में हुए इस फैसले पर पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी चर्चा हुई। पाकिस्तानी समाचार पोर्टल द डॉन ने भारत में तीन तलाक पर बैन को लेकर ख़बर छापी जिस पर कई पाकिस्तानियों ने प्रतिक्रिया दी
अकरम ने फैसले की तारीफ करते हुए लिखा – बहुत बढ़िया। न्याय हुआ।
अली ने लिखा – अंतत: भारतीय धर्मनिरपेक्ष समाज की ओर बढ़ रहे हैं जहां धर्म संविधान के ऊपर नहीं है।
हारून ने इस फैसले में हुई देरी पर कटाक्ष करते हुए लिखा – यहां तक कि तलाक के मामले में पाकिस्तान का कानून भारत में तलाक (मुस्लिमों) के कानून से अच्छा था।
वहीदुद्दीन – मुस्लिम महिलाओं के मूलभूत अधिकारों की इनायत करता हुआ यह एक अच्छा फैसला है। पाकिस्तान और बांग्लादेश में यह बहुत पहले ही लागू (या इसके दुरुपयोग को प्रभावी ढंग से कम किया जा चुका है) हो चुका था। लेकिन भारतीय सरकारों में इस तरह के एक महत्वपूर्ण मुद्दे पर कानून तैयार करने के लिए साहस की कमी थी।
आपको बता दें कि पाकिस्तान, सऊदी अरब और बांग्लादेश जैसे 21 देशों में तीन तलाक पर काफी पहले ही रोक लगाई जा चुकी है।