लखऩऊ। भारत की एक कंपनी ने ऐसा एयर कंडीशनिंग सिस्टम तैयार किया है जो परंपरागत सिस्टम की तुलना में 60 फीसदी बिजली और 100 फीसदी पानी बचाएगा। इस खोज को दुनियाभर के इऩोवेटर्स के बीच अमेरिका की सिलीकॉन वैली में हुई विश्वस्तरीय प्रतियोगिता में‘क्लीनटेक ओपन ग्लोबल फोरम में पहला अवार्ड मिला है।
भारत की ग्रीन इंडिया बिल्डिंग सिस्टम एंड सर्विसेज (जीआईबीएसएस) ने अपने जियो थर्मल एयरकंडीशनिंग सिस्टम (एसी) की बदौलत पहले भारत में परचम लहराया फिर दुनिया के सात देशों को पछाड़कर इनोवेशन का अवार्ड जीता है। जियो थर्मल एयरकंडीशनिंग सिस्टम बड़ी-बड़ी बिल्डिंग और मॉल्स आदि में लगाए जाने वाले कूलिंग सिस्टम की तुलना में 60 फीसदी कम बिजली और 100 फीसदी पानी की बचत का दावा करता है। इसी की बदौलत
अमेरिका की सिलीकॉन वैली में 6-10 फरवरी तक चले क्लीनटेक ओपन ग्लोबल फोरम में ग्लोबल क्लीनटेक अवार्ड इस इनोवेशन को मिला है। इस अवार्ड के साथ ही भारत ने एनर्जी एफीसिएंसी (ऊर्जा बचत) कैटेगरी अवार्ड में डीएलसी फैन अविष्कार करने पर अवार्ड जीता, इसका निर्माण एटमबर्ग टेक्नोलैजी द्वारा किया गया। भारत ने ये अवार्ड एकोग्रेस्टी ऑफ मोरक्को और बाउबेरी ऑफ साउथ अफ्रीका को हराकर जीता। जबकि अपशिष्ट पर्दाथों कचरे आदि से ऊर्जा बनाने में इनोवेशन के लिए ग्रीन टीम पाकिस्तान और आईसीईई (मलेशिया) को अवार्ड मिला है। वहीं ग्रीन बिल्डिंग कैटेगेरी साउथ अफ्रीका की थीविया को अवार्ड मिला है।
ग्लोबेल क्लीनटेक इनोवेशन प्रोग्राम भारत 2013 में ग्लोबल इनवार्मेंट फैसेलिटी (जीईएफ), यूनाइटेड नेशनल इंड्रस्ट्रियल डेवलपमेंट आर्गेनाइजेश (यूएनआईडीओ) और भारतीय लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय भारत सरकार ने संयुक्त रुप से किया था। ये कार्यक्रम क्लीनेक ओपन, यूएसए की साझेदारी में होता है। कुल सात देशों के बीच हुई प्रतियोगिताओं में 1261 आवेदनों में 236 इनवोटर्स सेमिफाइनल में पहुंचे। इस प्रोतियोगिता के तहत भारत, मलेशिया, मोरक्को, पाकिस्तान, साउथ अफ्रीका और टर्की में सबसे बेहतर इनोवेशन करने वाली टीम चुना जाता है, चुनी हुई टीमों के इनोवेशन को ये मंच मार्केट के मुताबिक जरुरी संसाधन और बाजार उपलब्ध कराता है।
समारोह में भारतीय डेलिगेशन की अगुवाई अतिरिक्त सचिव और विकास आयुक्त (एमएसएमई, भारत सरकार) और जीसीआईपी (इंडिया) के नेनशल कॉर्डिनेटर अमृत राज ने की।