लखनऊ। दूसरे दलों से भाजपा में आए अनेक महारथियों को मंत्रालयों को बागडोर मिली है। जिनमें सबसे ज्यादा बसपा से आए हुए नेता ही भाजपा के मंत्री होंगे। जिनमें सबसे बड़ा नाम स्वामी प्रसाद मौर्य का है। उनके अलावा रीता बहुगुणा जोशी जो कांग्रेस से आईं उनको भी भाजपा ने कैबिनेट मंत्री बना कर गौरवान्वित किया। इन नेताओं को मंत्री बना कर भाजपा ने दूसरे दलों के बड़े नेताओं तक भाजपा की भलमनसाहत का संदेश भेजा है।
चुनाव से ठीक पहले बड़े नेताओं का रेला भाजपा की ओर आया था। इनमें से बड़ी संख्या में नेताओं को टिकट मिले थे। उनको जीत भी मिली। मगर कुछ बड़े नेताओं को मंत्री पद पर ताजापोशी कर दी गई है। बसपा के पूर्व महासचिव और पिछली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे स्वामी प्रसाद मौर्य चुनाव से कुछ समय पहले भाजपा के हो गए थे। उन्होंने पडरौना विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। जिसके बाद में आज उनको कैबिनेट मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। कांग्रेस की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रीता जोशी बहुगुणा भी चुनाव से पहले भाजपा में आईं। उन्होंने लखनऊ कैंट विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा।
इस सीट पर उनके सामने यादव परिवार की छोटी बहू अपर्णा यादव दी थीं। ये तीन उन सीटों में से एक थी, जहां मुलायम सिंह यादव ने सपा प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार किया था। अखिलेश यादव ने भी यहां कई जनसभाएं की थीं। मगर रीता जोशी ने यहां बड़ी जीत हासिल की। जिसके बाद में उनको भी कैबिनेट मंत्री बनाया गया। इलाहाबाद के कद्दावर नेता नंदगोपाल नंदी बसपा में थे। चुनाव से पहले उन्होंने भाजपा जॉइन की। इलाहाबाद दक्षिणी से चुनाव लड़ा। बड़ी जीत हासिल की। उनको भी मंत्री बनाया गया है। उनके अलावा बसपा से आए दारा सिंह और लक्ष्मीनारायण भी इस बार मंत्री बनाए गए हैं। अभी भी मंत्रिमंडल में करीब 15 और विधायकों को मंत्री बनाए जाने की गुंजाइश है। ऐसे में आगामी विस्तार में कुछ और बाहरी दलों से आए हुए विधायकों को भी मंत्री बनाया जा सकता है।