क्या एक-दूसरे से विपरीत थे गाँधी और नेहरू के विचार? April 22, 2025 भारत के पिछड़े और दलित समाज का उत्थान करना ही गांधी जी की चिंता का विषय था, लेकिन नेहरू जी...
Earth Day Special: क्या वास्तव में हम पृथ्वी की इतनी परवाह करते हैं? April 22, 2025 संयुक्त राष्ट्रसंघ के अनुसार हर 4 महीने में एक नई संक्रामक बीमारी से आज हमारा सामना हो रहा है। विज्ञान...
लोक संस्कृति में छिपा है वनीकरण का स्थायी समाधान March 21, 2025 वन संरक्षण के प्रयासों में पारंपरिक ज्ञान और लोक संस्कृति से जुड़े तरीकों का विशेष महत्व है। लोक संस्कृति में...
ग्रामीण शिक्षा में सुधार की ज़रूरत: कैसे बदलेगी गाँवों की तस्वीर? January 29, 2025 पुराने समय में गाँव अपने में पूर्ण होते थे और लगभग प्रत्येक गाँव में या पास पड़ोस में कारपेन्टर, लोहार,...
देश के किसानों की ज़िंदगी ख़ैरात से नहीं स्वावलम्बन से सुधरेगी January 20, 2025 जब गाँव के लोगों को खैरात में पैसा मिलता है चाहे महिलाओं के नाम से अथवा पुरुषों के नाम से...
70 बरस के अनुभव के बाद आया ईवीएम और राष्ट्रीय चुनाव का विचार January 11, 2025 आजकल जो लोग पर्चियाँ लेकर वोट डालने की परम्परा फिर से वापस लाना चाहते हैं उन्हें दूसरे चुनाव के बाद...
सड़क हादसों को रोकना है तो ट्रैफिक नियमों को कड़ाई से लागू क्यों नहीं करते? December 31, 2024 भारत में हर साल सड़क हादसों में क़रीब डेढ़ लाख लोगों की मौत होती है। ट्रैफ़िक नियमों का सख़्ती से...
‘मैं गाँव में बहुत कम रहा पर गाँव मुझ में हमेशा रहा’ December 26, 2024 कोरोना काल में जब मानव जीवन संकट में पड़ा तो सबको समझ में आया कि पंच तत्व, जिससे जीवन बना...
क्या इंसान अपने अस्तित्व को ख़त्म करने की तैयारी कर रहा है? December 24, 2024 जो बायोलॉजिकल आँकड़े आ रहे हैं, उसके हिसाब से एक दिन मानव जाति का अस्तित्व ही संकट में पड़ सकता...
इस वजह से भिखारी ठाकुर को ‘भोजपुरी का शेक्सपियर’ कहते हैं लोग December 24, 2024 भिखारी ठाकुर इसलिए अमर और लोकप्रिय हैं, क्योंकि उन्होंने लोक की पीड़ा को महसूस किया और उसे गाया। नारी मन...
क्या एक-दूसरे से विपरीत थे गाँधी और नेहरू के विचार? April 22, 2025 भारत के पिछड़े और दलित समाज का उत्थान करना ही गांधी जी की चिंता का विषय था, लेकिन नेहरू जी...
Earth Day Special: क्या वास्तव में हम पृथ्वी की इतनी परवाह करते हैं? April 22, 2025 संयुक्त राष्ट्रसंघ के अनुसार हर 4 महीने में एक नई संक्रामक बीमारी से आज हमारा सामना हो रहा है। विज्ञान...
लोक संस्कृति में छिपा है वनीकरण का स्थायी समाधान March 21, 2025 वन संरक्षण के प्रयासों में पारंपरिक ज्ञान और लोक संस्कृति से जुड़े तरीकों का विशेष महत्व है। लोक संस्कृति में...
ग्रामीण शिक्षा में सुधार की ज़रूरत: कैसे बदलेगी गाँवों की तस्वीर? January 29, 2025 पुराने समय में गाँव अपने में पूर्ण होते थे और लगभग प्रत्येक गाँव में या पास पड़ोस में कारपेन्टर, लोहार,...
देश के किसानों की ज़िंदगी ख़ैरात से नहीं स्वावलम्बन से सुधरेगी January 20, 2025 जब गाँव के लोगों को खैरात में पैसा मिलता है चाहे महिलाओं के नाम से अथवा पुरुषों के नाम से...
70 बरस के अनुभव के बाद आया ईवीएम और राष्ट्रीय चुनाव का विचार January 11, 2025 आजकल जो लोग पर्चियाँ लेकर वोट डालने की परम्परा फिर से वापस लाना चाहते हैं उन्हें दूसरे चुनाव के बाद...
सड़क हादसों को रोकना है तो ट्रैफिक नियमों को कड़ाई से लागू क्यों नहीं करते? December 31, 2024 भारत में हर साल सड़क हादसों में क़रीब डेढ़ लाख लोगों की मौत होती है। ट्रैफ़िक नियमों का सख़्ती से...
‘मैं गाँव में बहुत कम रहा पर गाँव मुझ में हमेशा रहा’ December 26, 2024 कोरोना काल में जब मानव जीवन संकट में पड़ा तो सबको समझ में आया कि पंच तत्व, जिससे जीवन बना...
क्या इंसान अपने अस्तित्व को ख़त्म करने की तैयारी कर रहा है? December 24, 2024 जो बायोलॉजिकल आँकड़े आ रहे हैं, उसके हिसाब से एक दिन मानव जाति का अस्तित्व ही संकट में पड़ सकता...
इस वजह से भिखारी ठाकुर को ‘भोजपुरी का शेक्सपियर’ कहते हैं लोग December 24, 2024 भिखारी ठाकुर इसलिए अमर और लोकप्रिय हैं, क्योंकि उन्होंने लोक की पीड़ा को महसूस किया और उसे गाया। नारी मन...