लखनऊ।
“मधुमेह (डायबिटीज़) आज भारत में तेज़ी से बढ़ने वाली बीमारी है। हर दस में एक व्यक्ति मधुमेह से ग्रसित है,” – हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. विवेक अग्रवाल।
मधुमेह के बारे में गाँव कनेक्शन से बात करते हुए डॉक्टर विवेक अग्रवाल ने बताया कि यह क्या है और कैसे मधुमेह के लक्षणों की पहचान करें? साथ ही कैसे थोड़ी सावधानी रख कर इससे बचा जा सकता है और आप एक सामान्य जीवन जी सकते हैं। डॉ. अग्रवाल बताते हैं कि मधुमेह का अर्थ है रक्त में शर्करा की मात्रा का बढ़ जाना।
रक्त में शर्करा की मात्रा क्यों बढ़ती है?
हमारे शरीर में पैंक्रियाज़ होती हैं जो इन्सुलिन रिलीज़ करती हैं। इन्सुलिन शुगर को शरीर के सभी हिस्सों में ले जाती है। जब इसमें कोई परेशानी आती है या इन्सुलिन की मात्रा कम होने लगती है तो रक्त में शुगर जमने लगती है और शुगर का लेवल बढ़ने लगता है।
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डॉ. अग्रवाल कहते हैं कि, “जो भी हम खा रहे हैं ज़रूरी है कि हमारे भोजन का समय निश्चित हो। हमें अमरूद और पपीते जैसे फल खाना चाहिए जिनमें शुगर की मात्रा कम होती है। जिन फलों में शुगर की मात्रा अधिक है, आम, अंगूर और केला जैसे फलों का सेवन हमें नहीं करना चाहिए। फास्ट फूड जैसे केक, पिज़्ज़ा, पेस्ट्री जैसी चीज़ों का हमें कम सेवन करना चाहिए।”
मधुमेह के मुख्य लक्षण-
- पेशाब बार-बार आना के साथ पेशाब की मात्रा का अधिक होना
- भूख और प्यास अधिक लगना
- जल्दी थकान होना
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डॉ. अग्रवाल कहते हैं, “अगर आपको इसमें से कोई लक्षण हैं या आपके घर में कोई मधुमेह का शिकार है तो आपको जांच अवश्य करानी चाहिए। अगर आप शुगर पर नियंत्रण नहीं कर पा रहे हैं तो आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए, दवाइयां लेनी चाहिए क्योंकि बढ़ी हुई शुगर एक ज़हर के जैसे काम करती है। अगर शुगर बढ़ा जाए और उसे नियंत्रित नहीं किया जाए तो वो हमारे गुर्दों और आँखों पर बहुत खराब प्रभाव डालती है। हम अंधे हो सकते हैं, हमारे गुर्दे खराब हो सकते हैं।”
“विश्व में डायलसिस का सबसे मुख्य कारण मधुमेह से उत्पन्न किडनी की बिमारी है। इस बात से हम समझ सकते हैं कि मधुमेह कितना हानिकारक हो सकता है। आप सावधानी और नियमित जांच से सामान्य जीवन जी सकते हैं,”- वो आगे बताते हैं।