यूपी में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर धान की खरीद की प्रक्रिया एक अक्टूबर से शुरू हो जाएगी।
सरकार ने खरीफ विपणन साल 2023-24 में न्यूनतम मूल्य समर्थन योजना के तहत धान खरीद नीति को मंजूरी दे दी है। प्रदेश के कुछ जनपदों में धान की खरीद 1 अक्टूबर और शेष जनपदों में 1 नवंबर से शुरू की जाएगी। इसके लिए पंजीयन यानी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू भी की जा चुकी है।
इस वर्ष केंद्र सरकार ने सामान्य धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी 2183 रुपए प्रति क्विंटल और ग्रेड-ए धान के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य 2203 रुपए प्रति क्विंटल तय किया है। जो कि पिछले साल की तुलना में 143 रुपए ज़्यादा है। केंद्र द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य पर ही किसानों से धान की खरीद की जानी है।
खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 के लिए योगी सरकार ने 70 लाख टन धान खरीदने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए पूरे प्रदेश में 4 हजार क्रय केंद्र खोले जाएँगे। इन केंद्रों की संख्या बढ़ाई भी जा सकती है। सामान्य श्रेणी के धान के लिए समर्थन मूल्य 2183 रुपए प्रति क्विंटल है, जो पिछले वर्ष 2040 रुपए प्रति क्विंटल था। वहीं, विशेष श्रेणी के धान के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 2203 रुपए प्रति क्विंटल तय किया गया है, जो पिछले वर्ष 2060 रुपए प्रति क्विंटल था। इस प्रकार धान एमएसपी में 143 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि की गई है।
उत्तर प्रदेश के पश्चिम में 1 अक्टूबर व पूरे प्रदेश में 1 नवंबर से धान खरीद शुरू होगी। इसके लिए सामान्य धान का मूल्य ₹2,183 प्रति कुंतल तय किया गया है। प्रदेश सरकार धान खरीद के लिए क्रय केंद्र भी बनाएगी। वहीं इस बार 70 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान खरीद की जाएगी।#KisanKalyanUP pic.twitter.com/IRYrM5O28N
— Kisan Kalyan Mission UP (@KisanKalyanUP) September 18, 2023
खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 के लिए धान खरीद 1 अक्टूबर से अगले वर्ष 31 जनवरी तक होगी। जिसमें प्रदेश के लखनऊ संभाग के जनपद हरदोई, लखीमपुर-खीरी, सीतापुर तथा संभाग बरेली, मुरादाबाद, मेरठ, सहारनपुर, आगरा, अलीगढ़, झांसी में धान खरीद 01 अक्टूबर, 2023 से शुरू होगी, जो अगले वर्ष 31 जनवरी, 2024 तक होगी। इस प्रकार लखनऊ संभाग के जनपद लखनऊ, रायबरेली, उन्नाव और संभाग चित्रकूट, कानपुर, अयोध्या, देवीपाटन, बस्ती, गोरखपुर, आजमगढ़, वाराणसी, मिर्जापुर और प्रयागराज में धान की खरीद 01 नवम्बर, 2023 से अगले वर्ष 29 फरवरी, 2024 तक की जाएगी।
प्रदेश में इस साल खाद्य विभाग, पी.सी.एफ.,पी.सी.यू. मंडी परिषद, यू.पी.एस.एस. और भारतीय खाद्य निगम समेत कुल 06 क्रय एजेंसियों के जरिए धान की खरीद होगी। इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 4 हज़ार क्रय केन्द्रों की व्यवस्था की जाएगी। इन क्रय केंद्रों के माध्यम से सरकार करीब 70 लाख टन धान की खरीद इस वर्ष करेगी। इन सभी क्रय एजेन्सियों द्वारा धान के खरीद मूल्य का भुगतान धान क्रय के 48 घंटे के भीतर किया जाएगा। इसके लिए भारत सरकार के पी.एफ.एम.एस. पोर्टल का उपयोग किया जाएगा।
प्रदेश सरकार ने धान क्रय केन्द्र का समय सुबह 09.00 बजे से शाम 05.00 बजे तक तय किया है। रविवार और राजपत्रित अवकाश को छोड़कर, शेष कार्य दिवसों में क्रय केन्द्र निर्धारित समय तक खुले रहेंगे। स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार जिलाधिकारी क्रय केन्द्र के खुलने और बंद होने के तय समय में आवश्यकतानुसार बदलाव कर सकेंगे।
खरीद विपणन वर्ष 2023-24 के लिए धान खरीद के लिए फार्मर्स प्रोड्यूसर ऑर्गनाइजेशन (एफ.पी.ओ.) और फारमर्स प्रोड्यूसर कंपनी (एफ.पी.सी.) को मंडी परिषद उत्तर प्रदेश से संबद्ध होकर खरीद कार्य करने की स्वीकृति प्रदान की गई है।
इस साल भी किसानों को समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा।
धान खरीद वर्ष 2023-24 के तहत प्रदेश के कृषक न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान बेचना चाहते हैं, तो ऐसे कृषकों को पहले खाद्य एवं रसद विभाग की वेबसाइट https://fcs.up.gov.in/ पर ऑनलाइन पंजीकरण कराना होगा। किसान यह पंजीयन अपने आधार कार्ड संख्या की मदद से करा सकते हैं।
पंजीयन के दौरान कृषकों को भूमि विवरण के साथ खतौनी/खाता संख्या, प्लाट/खसरा संख्या, भूमि का रकबा (हेक्टेयर में) एवं फसल (धान/अन्य) का रकबा (हेक्टेयर में) दर्ज करना होगा। वहीं, अधिक जानकारी के लिए कृषक टोल फ्री नंबर 1800-1800-150 पर भी कॉल कर सकते हैं।
इसके साथ ही किसान, ‘किसान मित्र’ मोबाइल ऐप के जरिए भी रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।