देश में ओमीक्रॉन से संक्रमितों की संख्या हुई 100 पार, डेल्टा वेरिएंट की तुलना में 70 गुना तेजी से करता है संक्रमित

देश के 11 राज्यों में कोविड-19 के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन के 101 संक्रमितों की पुष्टि हुई है, आईसीएमआर ने कहा कि अगर बहुत जरूरी न हो, तो लोग अपनी यात्रा को टालें। भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें।
Omicron

देश में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन से संक्रमितों की संख्या 100 के पार हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि 11 राज्यों में 101 ओमिक्रोन संक्रमितों की पुष्टि हुई है।

उन्होंने कहा कि पिछले 20 दिनों से कोविड संक्रमण के दैनिक मामले 10,000 से कम हैं, लेकिन ओमीक्रोन के बढ़ते मामलों को देखते हुए सतर्क रहने की आवश्यकता है।

ओमीक्रोन वेरिएंट, डेल्टा वेरिएंट की तुलना में 70 गुना तेजी से संक्रमित करता है। हांगकांग विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि ओमीक्रॉन, डेल्टा और मूल सार्स-कोवी-2 की तुलना में 70 गुना तेजी से संक्रमित करता है।

अध्ययन में यह भी पाया गया कि फेफड़े में ओमीक्रॉन से संक्रमण मूल सार्स-कोवी-2 की तुलना में काफी कम है, जिससे रोग की गंभीरता कम होने का संकेत मिलता है।

देश में अभी 19 ज़िले ऐसे हैं जहां संक्रमण बहुत ज्यादा है, वहां साप्ताहिक पॉजिटिविटी 5-10% के बीच है। केरल के 9 जिले, मिज़ोरम के 5 जिले, नागालैंड, राजस्थान, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश,पश्चिम बंगाल के ऐसे एक-एक जिले हैं।

दुनिया के 91 देशों में कोरोना का ओमिक्रॉन वेरिएंट मिल चुका है। विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि कोरोना का ओमिक्रॉन वेरिएंट डेल्टा से भी तेजी से फैल रहा है।

आईसीएमआर (ICMR) के डायरेक्टर जनरल डॉ बलराम भार्गव ने कहा कि अगर बहुत जरूरी न हो, तो लोग अपनी यात्रा को टालें। भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। त्योहारों में भी बहुत ज्यादा भीड़ न होने दें। लोग सादगी से त्योहार मनायें। यह आपके हित में है, आपके आसपास के लोगों के भी हित में है।

महाराष्ट्र में हैं सबसे अधिक संक्रमित

महाराष्ट्र में ओमीक्रॉन के सबसे अधिक संक्रमित हैं, यहां पर अब तक 32 संक्रमित पाए गए हैं, उसके बाद दिल्ली 22, राजस्थान 17, कर्नाटक 8, तेलंगाना 8, गुजरात, केरल 5, आंध्र प्रदेश 1, चंडीगढ़ 1, पश्चिम बंगाल 1 और तमिलनाडु में 1 केस मिला है, इस तरह कुल संक्रमितों की संख्या 101 हो गई है। 

डब्ल्यूएचओ ने भी दी चेतावनी

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह ने गुरुवार एक इंटरव्यू में कहा है इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। ओमिक्रॉन कोरोना वायरस के पिछले किसी भी वैरिएंट के मुकाबले अधिक तेजी से फैल रहा है।

उन्होंने आगे कहा कि ओमिक्रॉन से कुल मिलाकर जो खतरा सामने आ रहा है वह तीन सवालों पर निर्भर करता है। पहला, यह वैरिएंट कितना संक्रामक है। दूसरा, टीका और पूर्व में हुआ संक्रमण इससे बचाने में कितना सक्षम है और तीसरा सवाल यह है कि कोरोना वायरस के पूर्व में सामने आ चुके विभिन्न वैरिएंट के मुकाबले में यह कितना खतरनाक है।

वहीं डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अधनोम घेब्रेयसस 15 दिसंबर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वह इस बात से चिंतित हैं कि वेरिएंट पर लगाम लगाने के लिए पर्याप्त उपाय नहीं किए गए हैं।

टेड्रोस ने कहा आगे कहा कि निश्चित रूप से हमने अब तक यह जान लिया है कि हम अपने जोखिम पर इस वायरस को कम आंकते रहे। भले ही ओमीक्रॉन कम गंभीर बीमारी का कारण बनता है, लेकिन तेजी से बढ़ते मामले एक बार फिर हेल्थ सिस्टम को प्रभावित कर सकते हैं।

दूसरे देशों में भी बढ़ा है संक्रमण

ओमिक्रॉन को पहली बार 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से रिपोर्ट किया गया था। एक दिन बाद, यूनाइटेड किंगडम ने 27 नवंबर को अपने पहले ओमिक्रॉन मामले की सूचना दी।

तीन सप्ताह से भी कम समय में, यूनाइटेड किंगडम ओमिक्रॉन 10,000 से अधिक मामले सामने आए हैं। 16 दिसंबर को, यूके ने 88,000 से अधिक पर रिकॉर्ड उच्च COVID19 के मामले दर्ज किए।  अभी तक 77 देशों में इसके मामले दर्ज किए गए हैं।

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