अगर हमें कहीं भी यात्रा करनी हो तो भारतीय रेल को हम बहुत ही सुलभ मानते है। ट्रेन का सफर अन्य साधनों की अपेक्षा सस्ता और आराम दायक भी होता है। आज हम आपको ट्रेन के इंजन के बारे में कुछ रोचक जानकारी देने जा रहे हैं, जो आपकी ट्रेन को खींचकर मंजिल तक पहुंचाती है।
आपने ट्रेन के इंजन में आगे एक यूनीक कोड लिखा देखा होगा अगर नहीं देखा है तो कभी गौर करियेगा। उसमें अल्फाबेट के साथ एक नंबर लिखा होता है। आपको बता दें इन अल्फाबेट और नंबर का अलग-अलग मतलब होता है।
इंजन पर लिखे इन नंबरों से ही उसकी सारी खासियत पता चल जाती हैं। मसलन, इंजन डीज़ल से चलेगा या बिजली से, मालगाड़ी का है या सवारी गाड़ी का।’
संजीव वर्मा, लोकोपायलट, पूर्वोत्तर रेलवे
संजीव वर्मा बताते हैं कि इसके अलावा भी इंजन में ऐसी बहुत सी बातें होती हैं जिनके बारे में यह यूनिक कोड बताता है। मान लीजिए, इंजन में लिखा कोड ‘डब्लयू डी एम 3 डी’ है तो इसके हर अक्षर का एक अलग मतलब होगा। इंजन दो तरह के होते हैं। कुछ इंजन डीजल से चलते हैं तो कुछ बिजली से। इन इंजनों को नंबरों के जरिये ही बांटा जाता है।
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पहला अक्षर
रेलवे में लाइन तीन तरीके की होती है बड़ी लाइन, छोटी लाइन और संकरी लाइन। रेलवे की भाषा में बड़ी लाइन को ब्राड गेज, छोटी लाइन को मीटर गेज और संकरी रास्ते में डाली गई लाइन को नैरो गेज के नाम से जानते है। नैरो गेज ज्यादातर पहाड़ी इलाकों में ही होते है। इनमें क्रमश: ब्राड गेज के लिये डब्ल्यू, मीटर गेज के लिये वाय, नैरो गेज के लिये जेड का प्रयोग किया जाता है।
दूसरा अक्षर
ये अक्षर बताता है कि इंजन किस चीज का यूज करके चल रहा है जैसे अगर डीजल का यूज करता है तो डी अक्षर का यूज होगा। इसी तरह और भी कई इंजन के प्रकार है जो आप ऊपर लगे फोटो में देख सकते हैं इन्हें इसमें दिए गए अक्षरों से ही अलग कैटेगरी में किया जाता है।
तीसरा अक्षर
इंजन पर लिखा तीसरा अक्षर आपको ये बताता है कि इस इंजन का यूज किस लिए किया जा रहा हैं अगर इंजन पर एम लिखा है तो इसका मतलब हुआ कि इंजन का इस्तेमाल सवारी गाड़ी और मालगाड़ी दोनों के लिये ही इस्तेमाल किया जाता है और जिस इंजन में जी लिखा होता है उस इंजन का इस्तेमाल केवल मालगाड़ी के लिये ही करते है। इसी तरह और भी कई प्रकार है।
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चौथा अक्षर और पांचवां अक्षर
इंजन के चौथे और पांचवें अक्षर का मतलब उसकी पॉवर से होता है कि इंजन कितने हॉर्सपॉवर का है इसे एचपी से प्रदर्शित करते है। ऊपर लगी फोटो यहां पर 3डी दिया हुआ है। जिसका मतलब 3300 हॉर्सपॉवर से है। पहले के इंजनों में 2 लिखा हुआ आता था उसमें 2600 हॉर्सपॉवर होता था। इसके अलावा और भी कैटेगरी के इंजन होते है और उनके हॉर्सपॉवर अलग-अलग होते है।
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