पहली बात ये जो हम लोग डेंगू कहते हैं ये गलत टर्म है। इसे डेंगी कहते हैं ये डेंगी डेन-1 डेन-2 डेन-3 वायरस से होता है, और ये अक्सर हर बार मच्छर की वजह से होता है जो शहरों में छोटे छोटे एरिया में ब्रीड करते हैं जहाँ पानी इकट्ठा होता है। डेंगी वायरस डीजीज हैं जो हर साल होती हैं इसमें ज़्यादा घबराने की बात नहीं हैं।
इसमें डेंगी टेस्ट कराया जाता हैं आईजीएम, आईजीजीएम, एम सेवन उसमें पहले दिन पता चल जाता है आपको डेंगी हैं या नहीं और सीबीसी कराया जाता हैं। अब हम आपको जो बताने जा रहे हैं बहुत कम लोगों को पता होगा।
हर आदमी प्लेटलेट काउंट करा रहा हैं, ठीक है प्लेटलेट कराना चाहिए लेकिन प्लेटलेट कम होने पर पैनिक हो जाता हैं। मान लीजिए 40 हज़ार , 30 हज़ार , 20 हज़ार , 10 हज़ार तक आ जाता हैं तब तो पैनिक क्रिएट हो जाता है, जिससे मरीज परेशान हो जाता है।
नार्मल से ज़्यादा हैं या बहुत कम हैं तब भी कोई डरने की बात नहीं है। मान लीजिए किसी मरीज़ का मीन प्लेटलेट 14 है, जबकि नॉर्मल काउंट 11 से 14 होता है, और किसी का प्लेटलेट्स 11 हज़ार,14 या 15 हज़ार है तो कोई डरने की बात नहीं हैं। इसका मतलब ये है कि ब्लड में यंग प्लेटलेट ज़्यादा है जो हम मशीन से या अपनी आँखों से ठीक से देख नहीं पा रहें हैं या स्टडी नहीं कर पा रहे हैं।
एक नयी टेक्नोलॉजी आयी हैं ‘एमपीबी’ (माइलिन बेसिक प्रोटीन) जो लेन्थ ब्रेक ब्रीक नाप देती है, प्लेटलेट्स और उसके डॉटर सेल्स को एमपीबी कहते हैं। एमपीबी ज़्यादा और प्लेटलेट्स बहुत ही कम हो तो डरने की बात नहीं है। एमपीबी पर ध्यान देना हैं मेन प्लेटलेट्स वॉल्यूम वही है।
अगर मान लेते हैं सबसे कम प्लेटलेट काउंट 10 हज़ार हैं, 8 हज़ार तक मान लेते हैं लेकिन एमपीबी 13 है 14 है यानी की 7 या 11 से ज़्यादा है तो प्लेटलेट चढ़ाने की ज़रूरत अभी नहीं हैं, बस आप 28 घण्टे इंतज़ार कीजिये अपने आप प्लेटलेट्स बढ़ेंगे।
आप को सही इलाज चाहिए तो तीन बातों का ध्यान रखना चाहिए, आराम, पानी पीते रहना चाहिए और खुद को आइसोलेट कर लेना चाहिए। डेंगी में मरीज़ को कमजोरी हो जाती हैं क्योंकि पोटेशियम लॉस हो जाता हैं। अब एक रामबाण उपाय, जिससे घर बैठे डेंगी को ठीक किया जाता हैं।
फैमिली डॉक्टर की सलाह लेते हुए उसमें आप नारियल पानी भी शामिल कीजिए, जिसमें पोटेशियम की मात्रा ज़्यादा होती है। पोटैशियम जो डेंगी में लीक कर जाता है और बहुत कमजोरी आ जाती है जिसके लिए दिन में 2 से 3 नारियल पानी पीजिए।
इसके साथ ही आप फलों का ताज़ा जूस भी पी सकते हैं जिसमें सेब, संतरा, अनार, चुकंदर, गाजर है। इसमें हाई पोटैशियम भी होता है। एक हफ्ते में आप घर बैठे इससे ठीक हो सकते हैं।
अगर घर में कुछ नहीं, नारियल पानी भी नहीं है तो सादा पानी पीजिए। एक दिन में 4 जग पानी पीजिए जब आप (पेशाब) बाथरूम ज़्यादा जा रहे हैं तो मान जाइए कि आपकी किडनी काम कर रही है।