औषधीय और सगंध पौधों की खेती करना चाहते हैं? यहाँ दी जा रही है ट्रेनिंग

किसानों को सगंध फसलों की खेती के साथ प्रोसेसिंग का भी दिया जाएगा प्रशिक्षण, जल्द से जल्द पंजीकरण करा लें।

अगर आप भी औषधीय और संगंध फसलों की खेती करना चाहते हैं तो ये आपके काम की खबर है। हर साल की तरह इस बार फिर सीएसआरआई-केन्द्रीय औषधीय एवं सगंध पौधा संस्थान में ट‍्रेनिंग कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है।

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित सीएसआरआई-केन्द्रीय औषधीय एवं सगंध पौधा संस्थान में आयोजित होने वाले इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्य रूप से मेंथा, लेमन ग्रास, जावा घास, पामा रोजा, खस, तुलसी, जिरेनियम और पचौली जैसी फसलों की कृषि प्रौद्योगिकी और आसवन विधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी।

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में विशेषज्ञ खेती की नई विधियों के साथ ही पौधों की गुणवत्ता की जाँच और उनके लिए बाज़ार की भी जानकारी दी जाएगी।

इस कार्यक्रम में कोई भी किसान या फिर जो भी इस विषय में जानकारी लेना चाहते हैं, शामिल हो सकते हैं।

देश में औषधीय व सगंध पौधों की खेती से किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए अरोमा मिशन की शुरुआत की गई है। इस प्रोजेक्ट की अगुवाई सीएसआईआर-केंद्रीय औषधीय एवं सगंध संस्थान कर रहा है। मिशन के तहत किसानों को सगंध और औषधीय गुण वाले पौधों की खेती के लिए बीज, तकनीकि और बाजार मुहैया कराया जा रहा है।

एरोमा मिशन के अंतर्गत किसानों को न सिर्फ इन पौधों की खेती की जानकारी, पौध और प्रशिक्षण दिया जाता है, बल्कि उसके प्रसंस्करण और मार्केटिंग में भी मदद की जाती है।

मिशन के जरिए न सिर्फ किसानों को बीज, पौध और प्रशिक्षण दिया जा रहा है बल्कि उसकी प्रोसेसिंग (प्रसंस्करण) और उसके मार्केटिंग को भी एक मंच पर लाया जा रहा है।

ऐसे करा सकते हैं रजिस्ट्रेशन

प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेने के लिए 3000 रुपए की फीस निर्धारित की गई है। इच्छुक लोग Director, CIMAP, Lucknow के भारतीय स्टेट बैंक, लखनऊ की मुख्य शाखा में खाता संख्या- 30267691785, IFSC Code & SBIN0000125, MICR Code- 2260020002 में 23 नवंबर तक भेज सकते हैं। इसके बाद अपना पहचान पत्र, आवेदन पत्र के साथ training@cimap.res.in पर भेज सकते हैं।

सीटों की संख्या 50 निर्धारित की गई है, इसलिए जल्द से जल्द रजिस्ट्रेशन करा लें।

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