केले की खेती करने वाले किसानों के सामने कई मुश्किलें आती हैं, जैसे कि खेती कब करें, कौन सी किस्म का चुनाव करें, उर्वरक और कीटनाशक का प्रयोग कब व कितना करें और सिंचाई कब करें, ऐसी ही तमाम जानकारियों के लिए किसानों के अब परेशान होने की जरूरत नहीं है। उन्हें अब ये सभी जानकारी समय-समय घर बैठे एक ऐप के जरिए मिल जाएंगी, वो भी हिंदी में।
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) और राष्ट्रीय केला अनुसंधान केंद्र, त्रिची, तमिलनाडु के वैज्ञानिकों ने बनाना प्रोडक्शन टेक्नोलॉजी (केला-उत्पादन प्रौद्योगिकी) ऐप को विकसित किया है। ऐप को विकसित करने वाली टीम में शामिल अनुसंधान केंद्र के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. दिनेश कुमार अग्रवाल बताते हैं, “अभी तक केले की खेती की जानकारी के लिए कई दूसरे ऐप थे, चाहे वो उत्पादन के बारे में हो या फिर केले के प्रोसेसिंग के बारे में या फिर केले की खेती में कीट-रोग नियंत्रण के बारे में हो, लेकिन इस तरह से ये सारे ऐप अभी अंग्रेजी में ही उपलब्ध थे, इन सभी ऐप को हमने हिंदी में ट्रांसलेट करके एक ही ऐप में सारी जानकारियां उपलब्ध कराने की कोशिश की है।
डॉ. कुमार आगे कहते हैं, “संस्थान ने जो ऐप विकसित किए थे वो तमिल और अंग्रेजी में थे, अब उत्तर भारत में भी बड़े स्तर में केले की खेती की जाती है। वहां के किसानों को भी केले की खेती की जानकारी मिलती रहे, इसलिए मैंने और हमारे वैज्ञानिक साथी डॉ. अर्जुन सिंह और दिल्ली आईसीएआर के सहायक महानिदेशक डॉ. विक्रमादित्य पांडेय के सहयोग से इस ऐप को विकसित किया है।”
केले की खेती की मिलेगी पूरी जानकारी
इस ऐप के माध्यम से किसान जलवायु संबंधी आवश्यक जानकारी, मृदा संबंधी आवश्यकताएं, पौध रोपण सामग्री, रोपाई, जल प्रबंधन, पोषक तत्व प्रबंधन, उर्वरक संयोजन समीकरण, केले की खेती संबंधित अन्य अंत: क्रिया, फलों का परिपक्व होना व फल गुच्छों की कटाई और फलोत्पादन सहित कई जानकारियां हासिल कर सकेंगे। किसान इस ऐप को गूगल प्ले स्टोर से अपने स्मार्ट मोबाइल फोन में डाउनलोड कर सकते हैं। इसे डाउनलोड करने के लिए प्ले स्टोर पर Banana Production Technology टाइप करना होगा, जिस भाषा में ऐप चाहिए वो भी लिखना होगा, जैसे कि हिंदी के लिए banana Production Technology Hindi, इसके बाद आसानी से ऐप डाउनलोड कर सकते हैं।
भारत में महाराष्ट्र, तमिलनाडु, यूपी, केरल, बिहार, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, मेघालय और मध्य प्रदेश केले के मुख्य उत्पादक हैं। महाराष्ट्र में भुसावल, बिहार के हाजीपुर और यूपी के बाराबंकी-बहराइच में बड़े पैमाने पर केले की खेती होती है।
तीन भाषाओं में उपलब्ध है ऐप
इस मोबाइल ऐप का नाम बनाना प्रोडक्शन टेक्नोलॉजी (केला उत्पादन प्रौद्योगिकी) है। यह ऐप हिंदी, अंग्रेजी और तमिल भाषाओं में उपलब्ध है। जल्द ही ये ऐप दूसरी भाषाओं में भी उपलब्ध होगा। डॉ दिनेश कुमार अग्रवाल बताते हैं, “संस्थान की कोशिश है कि दूसरी भाषाओं में भी ऐप को विकसित किया जाए, जैसे महाराष्ट्र के केले के किसानों के लिए हम मराठी में भी ऐप को लाने वाले हैं। इस ऐप की मदद से किसान कीट रोग की सही पहचान कर सकते हैं। साथ ही केले की कौन-कौन सी किस्में हैं, जैसे पूरे देश खासकर के उत्तर भारत में केले की एक किस्म जी9 की खेती ही करते हैं, जबकि दक्षिण भारत में अलग-अलग उत्पादन के लिए अलग-अलग किस्मों की खेती होती है।