सपने कभी नहीं मरते हैं, भले ही वो देर से पूरे हो या फिर सही समय आने का इंतजार कर रहे हो। ऐसा ही राजस्थान के चुरू के परमेश्वर लाल प्रजापत के साथ भी हुआ। उनके बड़े भाई, गणेश का भी एक सपना था, जिसे उन्होंने पूरा किया।
“जब मैं 13 साल का था तभी से अपने बड़े भाई को फर्नीचर का व्यवसाय शुरू करते हुए देखा, उन्होंने इस पर कड़ी मेहनत की, लेकिन किसी कारण से उनका व्यवसाय आगे नहीं बढ़ पाया, “परमेश्वर पुरानी बातों को याद करते हुए बताते हैं।
समय आगे बढ़ता गया, परमेश्वर ने औद्योगिक बिजली के काम में प्रशिक्षण लिया, लेकिन उनके मन में अभी भी कहीं न कहीं खुद से कुछ करने की इच्छा थी, कुछ ऐसा जो उनके बड़े भाई ने शुरू किया था। उन्होंने अपने भाई के सपनों को अपना सपना बना लिया और आज एक सफल फर्नीचर व्यवसायी हैं।
दुविधाओं ने भी परमेश्वर को नहीं रोका
उस सपने को पूरा करना इतना आसान नहीं था, परमेश्वर ने कहा। मन में दुविधा थी, दूसरा उनके माता-पिता को अब भी उनके व्यवसाय बंद होने की बात अब भी याद करते थे।
“दूध का जला छाछ भी फूंक-फूंककर पीता है। हमें फर्नीचर बनाने का पहले से कोई अनुभव नहीं था और एक बेटे ने कोशिश की लेकिन सफल नहीं हुआ, “परमेश्वर के पिता शिव भगवान प्रजापत ने कहा।
लेकिन परमेश्वर को अपने लक्ष्य से विचलित नहीं होना था और उन्होंने अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए ऑनलाइन अवसरों की मदद लेने का फैसला लिया।
ई-बिजनेस कंसल्टिंग फर्म ग्लोबल जयपुर सर्विसेज के उनके दोस्त दीपक कौशिक ने उन्हें फ्लिपकार्ट से परिचित कराया और तब से परमेश्वर ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
आज परमेश्वर का एक कारखाना और एक फर्नीचर व्यवसाय है जो न केवल उसे और उसके परिवार को बल्कि कई अन्य लोगों की मदद कर रहा है। “मैंने सिर्फ एक व्यक्ति के साथ शुरुआत की, अब मेरी अपनी एक फैक्ट्री है और पच्चीस अन्य लोगों को रोजगार दे रहे हैं हैं, जो बढ़ते हुए परिवार की तरह हैं,” उन्होंने कहा।
परमेश्वर के पास सरकार द्वारा जारी कारीगर कार्ड भी है क्योंकि उसका फर्नीचर पूरी तरह से हाथ से तैयार किया गया है। यह देश के हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के लिए है और इसका सम्मान और पहचान करते हुए, फ्लिपकार्ट उन्हें इसके कारण कई लाभ देता है।
कर रहे हैं सपनों का साझा
परमेश्वर के साथ काम करने वाले बढ़ई गिरधारी प्रजापत ने कहा, “मैं अच्छी कमाई कर रहा हूं, मेरे बच्चे अच्छे स्कूल जा रहे हैं और हमारे जीवन में बदलाव आया है।”
एक अन्य बढ़ई गणेश दास स्वामी ने कहा कि उन्होंने महीनों तक अपने परिवार से दूर रहकर काम करते हुए देश भर में यात्रा की थी। “चुरू आकर परमेश्वर के व्यवसाय में आना मेरे लिए अब तक का सबसे अच्छा फैसला रहा है। मैं अब अपने परिवार के साथ रहता हूं और परमेश्वर मेरे साथ भी परिवार जैसा व्यवहार करता है।”
परमेश्वर की सफलता ने उनके बड़े भाई को अपने सपने में लौटने में सक्षम बनाया है। गणेश ने कहा, “अब जब व्यापार बढ़ गया है, हम एक साथ काम कर रहे हैं।”
परमेश्वर अपना पूरा कारोबार फ्लिपकार्ट से करते हैं। परमेश्वर ने कहा, “वे अच्छी सुविधाएं देते हैं हैं, वे सीधे मेरे बैंक एकाउंट में पैसे भेजने में कभी देरी नहीं करते हैं।” “मेरे फर्नीचर अब फ्लिपकार्ट के जरिए पूरे देश की यात्रा करते हैं।” उन्होंने आगे कहा।
परमेश्वर ने कहा, “फ्लिपकार्ट ने मुझे अपने सपनों को व्यवसाय से जोड़ने से जोड़ने में मदद की और मेरे साथ इसने कई अन्य लोगों के चेहरों पर मुस्कान लाने में मदद की है।”
गाँव कनेक्शन की सीरीज, हैंड्स ऑफ इंडिया, जो फ्लिपकार्ट द्वारा समर्थित है, का उद्देश्य उन लोगों के लिए सहानुभूति और गर्व की भावना पैदा करना है जो भारत के निर्माण में मदद करते हैं।