पश्चिमी यूपी के पशु किसान और वेटनरी के छात्रों के लिए खबर राहत देने वाली है। मेरठ स्थित सरदार बल्लभ भाई पटेल कृषि यूनिवर्सिटी में 28 करोड़ की लागत से पशु चिकित्सालय तैयार हो रहा है। जहां पर पश्चिमी यूपी में आने वाले सभी 14 जनपदों के पशु पालक निशुल्क पशुओं का उपचार करा सकेंगे। साथ ही वेटनरी छात्र भी सर्जरी के साथ अल्ट्रासाउंड सहित आदि कामों को सीख सकेंगे।
कृषि विवि के वेटनरी कालेज में पढाई कर रहे छात्र के लिए वेटनरी क्लीनिकल काम्पेल्क्स टीवीसी बनकर कुछ ही दिनों में तैयार होने वाला है। पश्चिमी यूपी का यह पहला वेटनरी क्लिीनिक है। इससे पश्चिमी यूपी के किसानों के साथ-साथ छात्र एवं छात्राओं को काफी लाभ मिलेगा। साथ ही ये छात्र विशेषज्ञ डाक्टर्स से प्रशिक्षण लेकर किसानों को पशुओं की बीमारी के प्रति जागरूक कर सकेंगे। विश्वविद्यालय के रजिस्टार डा. बीआर सिंह बताते हैं, चिकित्सालय के लिए उपकरण की खरीददारी की जा रही है। बहुत जल्द पशु पालक इसका लाभ ले सकेंगे।
ये होंगे विभाग
-वेटनरी क्लीनिकल काम्पेल्क्स
– वेटनरी गाॅयनेकोलाजी
– वेटनरी सर्जरी एंड मेडिसन
– वेटनरी एनाटामी
करेंगे रिसर्च
डा. राजबीर सिंह डीन वेटनरी बताते हैं कि वेस्ट यूपी का यह सबसे बड़ा वेटनरी क्लीनिक है। इससे मेरठ, मुज्जफरनगर, सहारनपुर, शामली, हापुड़, बुलंदशहर, बागपत, अमरोहा, गाजियाबाद, नोएडा, बिजनौर, मुरादाबाद सहित वेस्ट यूपी में पड़ने वाले सभी पशुपालकों को लाभ मिलेगा। साथ ही वेटनरी डाॅक्टर पशुओं की बीमारियों पर रिसर्च कर सकेंगे। इसमें पशुओं की बीमारी से संबंधित सभी प्रकार के लैब की व्यवस्था की गई है। साथ ही चिकित्सालय में उपचार के लिए पशु किसानों को गोष्ठियों के माध्यम से जागरूक करने की भी योजना है। इसके अलावा विवि के वेटनरी काॅलेज से पढाई कर रहे छात्र एवं छात्राओं का गु्रप बनाक वेस्ट के जनपदों में भेजकर पशु किसानों को जागरूक कराया जाएगा। ताकि सभी किसान इस चिकित्सालय का निशुल्क लाभ उठा सकें।
लगेगी पाठशाला
डा. राजबीर बताते हैं कि उपचार के साथ ही माह में एक बार जागरूक पशु पालकों को बुलाकर कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। जिसमें सभी जनपदों के किसान पशुओं की बीमारी, किस मौसम में कौनसी बीमारी, उसके बचाव, पशुओं को दूध बढाने के क्या खाना है आदि जानकारी ले सकेंगे। यह प्रशिक्षण किसानों को पूरी तरह निशुल्क ही दिया जाएगा। साथ ही कार्यशाला में पशु पालने से होने वाले व्यापार और आर्थिक स्थिति सुधार पर भी जोर दिया जाएगा।
पश्चिमी यूपी के सबसे बड़े चिकित्सालय के बनने से पशु किसानों को बहुत लाभ मिलेगा। यहां पर पशुओं की हर बीमारी का उपचार हो सकेगा। उन्हे प्रशिक्षण के माध्यम से नई-नई जानकारी दी जाएगी। प्रयास किया जा रहा है कि जल्द से जल्द इसे शुरू किया जा सके।
प्रो, गया प्रसाद, कुलपति कृषि यूनिवर्सिटी