लखनऊ। यूपी सरकार ने छुट्टा गायों की समस्या से किसानों को निजात दिलाने के लिए बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना शुरूआत की है। इस योजना के तहत छुट्टा गाय पालने वाले लोगों को सरकार रोजाना प्रति पशु के हिसाब से 30 रुपए देगी।
पशुपालन निदेशालय में अपर निदेशक (गोधन) डॉ ए.के. सिंह ने बताया, “प्रदेश में जो भी आश्रय स्थल खोले गए थे उनमें जिन पशुओं को संरक्षित किया गया है उन्ही में से इच्छुक लोगों को दिया जाएगा। एक व्यक्ति कम से कम 4 पशुओं को रख सकता है। इसके अलावा इस योजना के तहत जिन लोगों को चयन किया जाएगा उनकी स्थिति को देखा जाएगा कि वह पशुओं पालने योग्य है या नहीं।”
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अपनी बात को जारी रखते हुए डॉ सिंह बताते हैं, ”प्रदेश में चार हजार 63 गोवंश आश्रय स्थल बनाए गए है, जिसमें दो लाख से भी ज्यादा गोवंश को संरक्षित किया गया है। इनमें 60 प्रतिशत मादा और 40 प्रतिशत नर है। इस योजना के तहत गाय ही दी जाऐंगी। अगर कोई व्यक्ति नर लेने के लिए इच्छुक होंगे तो ही उनको दिया जाएगा।”
बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना के तहत पहले चरण में एक लाख छुट्टा गायों को इच्छुक लोगों को दिया जाएगा। यूपी सरकार के प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने एक बैठक में इस योजना को मंजूरी देते हुए कहा कि था गाय पालने वाले लोगों को यह भुगतान हर तीन माह पर किया जाएगा। जल्द ही इस भुगतान को मासिक किया जाएगा। सरकार को अनुमान है इस पर एक अरब 9 करोड़ 50 लाख रुपए खर्च होंगे।
इस तरह कर सकते हैं अप्लाई
- सबसे पहले आपको पशुपालन विभाग उत्तर प्रदेश की वेबसाइट http://www.animalhusb.upsdc.gov.in/en पर जाना होगा।
- इसमें आपको मा० मुख्यमंत्री निराश्रित /बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना लिखा हुआ दिख जाएगा। इस पर जैसे ही क्लिक करेंगे शासनादेश खुलकर आ जाएगा।
- इसके बाद आप उस शासनादेश पर क्लिक https://bit.ly/31IOjlB करेंगे तो आपको बेसहारा गोवंश के भरण पोषण के लिए इच्छुक किसान/पशुपालक/अन्य व्यक्तियों के चयन के लिए आवेदन पत्र मिल जाएगा।
- इस आवेदन पत्र को प्रिंट करा कर भर दें।
- आवेदन पत्र में इच्छुक किसान/पशुपालक/अन्य व्यक्तियों का फोटोग्राफ, नाम, पता, आधार संख्या, वोटर आईडी और बचत खाते का विवरण देना होगा।
- इसके साथ ही आवेदन पत्र में परिवार का विवरण भी देना होगा।
- आप जितने भी गोवंश पालना चाहते हैं उनकी संख्या भी लिखनी होगी।
- इन सभी को पूरा कराकर ग्राम प्रधान से हस्ताक्षर कराकर डीएम व पशुचिकित्साअधिकारी के पास जमा कर सकते हैं।
गोवंश की सुपुर्दगी का भी होगा प्रमाण पत्र
- जिस भी इच्छुक किसान/पशुपालक/अन्य व्यक्तियों को गोवंश दिए जाऐंगे उन गोवंश की पूरी जानकारी अधिकारियों को भरनी होगी।
- अगर कोई किसान चार गायों को लेता है तो संबंधित अधिकारी हर गाय का टैग नंबर, उम्, लिंग, रंग, सींग, गाय दूध दे रही है नहीं पूरी जानकारी भरने के बाद ही किसी व्यक्ति को दी जाएगी।
- इस फार्म को ग्राम प्रधान/अधिशासी अधिकारी/नगर आयुक्त द्वारा हस्ताक्षर कराया जाएगा।
छुट्टा गायों को पालने वाले लोगों की होगी मॉनिटरिंग
इस योजना के तहत जो भी व्यक्ति छुट्टा गायों को पालेंगे सरकार उनकी मॉनिटरिंग भी करवाएगी। जिलाधिकारी और मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को यह देखने की जिम्मेदारी होगी कि इस योजना का लाभ उठा रहा व्यक्ति पशुओं का ठीक से ख्याल रख रहा है या नहीं। इसके साथ ही योजना के तहत पाले गए पशु न बेचे जा सकेंगे और न ही दुबारा छुट्टा छोड़े जा सकेंगे।