लखनऊ। छुट्टा जानवरों की समस्या से किसानों को निजात दिलाने के लिए योगी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। बुंदेलखंड समेत पूरे प्रदेश में निराश्रित गोवंश की देखभाल के लिए किसानों के खातों में हर महीने प्रति गोवंश 900 रुपए की राशि जमा कराई जाएगी।
उत्तर प्रदेश पशुपालन निदेशालय में अपर निदेशक (गोधन) डॉ. ए.के सिंह ने बताया, “छुट्टा जानवरों की समस्या को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। किसानों को प्रति दिन 30 रुपए के हिसाब से महीने में 900 रुपए उनके खाते में दिया जाएगा।”
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किसानों की चयन प्रक्रिया के बारे में डॉ सिंह ने बताया, “जिलाधिकारी और मुख्य पशु चिकित्साधिकारी के द्वारा किसानों को यह धनराशि मुहैया करायी जाएगी। उन किसानों को सौ रुपए के स्टाम्प पेपर में प्रमाण देना होगा कि वह गोवंश के दूध न देने पर उसको छुट्टा नहीं छोड़ेंगे।”
वर्ष 2012 में हुई अंतिम पशुगणना के अनुसार भारत में 52 लाख से भी ज्यादा छुट्टा पशु की संख्या हैं। अकेले उत्तर प्रदेश में पशुपालन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक निराश्रित पशुओं (छुट्टा पशुओं) की संख्या सात लाख 33 हज़ार 606 है।
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भारत में खासकर उत्तर प्रदेश में छुट्टा गोवंश बड़ी समस्या बनी हुई हैं। इस समस्या को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने गोवंश आश्रय स्थल खोलने की शुरूआत की थी, जिसमें गोवंश को लेकर पहले भी काफी घटनाएं सामने आई। इसके साथ ही निराश्रित गोवंश को सड़कों पर ऐसे ही घूमने की काफी शिकायतें सरकार को मिल रही थी। योगी सरकार के इस फैसले से किसानों को इस समस्या से राहत मिलेगी।