गोवंश की सुरक्षा के लिए यूपी के सीएम ने कहा- अधिकारी जरूर करें यह काम

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गो सेवा आयोग गोवंश की सुरक्षा, संरक्षण और संवर्धन के लिए जन जागरूकता पैदा करे।  इसके लिए आयोग के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्य को जिलों में जाकर प्रचार-प्रसार करना होगा।

गो सेवा आयोग को निर्देश देते हुए उन्होंने आगे कहा, आयोग द्वारा यह देखा जाना चाहिए कि गो संरक्षण स्थलों, निराश्रित गोवंश आश्रय स्थलों और गोशालाओं आदि में गायों की उचित देखभाल की जा रही है। आयोग यह भी देखे कि गोवंश तस्करी और अवैध बूचड़खानों का संचालन न हो। गोवंश सहित पशुओं के प्रति होने वाली क्रूरता को भी रोका जाए। आयोग के पदाधिकारी इसके लिए प्रशासन और सामाजिक संगठनों का सहयोग लेकर काम करें।


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इसके अलावा आयोग के लिए कार्यालय की व्यवस्था की जाए। आयोग के गैर सरकारी अध्यक्ष/सदस्य का कार्यकाल बढ़ाकर तीन वर्ष किए जाने के लिए आवश्यक कार्यवाही की जाए। आयोग के कार्यों के संचालन के लिए पदों का सृजन किया जाए।

गो सेवा आयोग के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के जिले में भ्रमण के समय जिला प्रशासन के साथ उनकी बैठक हो, जिसमें जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक सहित सभी सम्बन्धित अधिकारी अनिवार्य रूप से उपस्थित रहें। जनपद में भ्रमण के दौरान मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी और उप मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी आयोग के पदाधिकारियों के साथ रहें।

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मुख्यमंत्री ने गोशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने पर बल देते हुए कहा कि गोशालाओं में कम्पोस्ट बनाने की व्यवस्था की जाए। कम्पोस्ट और संग्रहीत गोमूत्र की बिक्री से गोशालाएं काफी हद तक आत्मनिर्भर हो सकती हैं। गोशालाओं के सह उत्पादों के व्यावसायिक उपयोग की सम्भावनाओं को भी तलाशा जाना चाहिए।

(इनपुट भाषा से)

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