Gaon Connection Logo

आपको बंपर मुनाफा दे सकते हैं कृषि से जुड़े ये व्यवसाय

ख़ेती किसानी में आपकी दिलचस्पी है तो कृषि व्यवसाय में तमाम संभावनाएँ हैं। सही जानकरी और थोड़ी मेहनत से न सिर्फ आप अपनी अच्छी आमदनी शुरू कर सकते हैं, दूसरों को रोज़गार भी दे सकते हैं।
#farming

क्या आपको पता है कि ख़ेती से जुड़े बिजनेस से भी आप मालामाल हो सकते हैं। जी हाँ, ये सच है। सिर्फ भारत ही नहीं कई देशों में अब ये मुनाफे का व्यवसाय साबित हो रहा है।

कृषि से जुड़े दूसरे कई ऐसे व्यवसाय हैं जिससे आपको बंपर मुनाफा हो सकता है, कैसे हम यहाँ आपको बता रहे हैं।

पारम्परिक ख़ेती से हट कर अब चॉकलेट, अगरबत्ती, केंचुआ खाद,मधुमक्खी पालन,मशरुम उद्योग, मोटे अनाज,औषधीय पौधें और रेशम उद्योग के अलावा ख़ेती किसानी में इस्तेमाल होने वाले सामान का आज बड़ा बाज़ार है। इन्हें शुरू करने और चलाने में केंद्र और राज्य सरकार पूरा सहयोग करती है।

भारत के अलावा इजराइल,चीन, ब्राजील, अमेरिका और रूस तक में कृषि व्यवसाय आर्थिक स्रोत का बड़ा जरिया है, जहाँ छोटे बड़े किसान इससे मुनाफा कमा रहे है। संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) के मुताबिक, दुनिया की 70 प्रतिशत से अधिक खाद्य ज़रूरतें छोटे किसानों से ही पूरी की जाती हैं। यानी साफ़ है, आप अगर पारम्परिक ख़ेती से हट कर कुछ करने की सोच रहे हैं तो आपका उत्पाद खरीदने के लिए बड़ा बाज़ार सामने खड़ा है।

कृषि वह आर्थिक क्षेत्र है जो दुनिया में सबसे अधिक लोगों को रोज़गार देता है, और गरीबी में रहने वाले कई लोगों के लिए खाने और आय का मुख्य साधन है। इस तरह कृषि में निवेश न सिर्फ खाद्य सुरक्षा में सुधार और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए सबसे प्रभावी रणनीतियों में से एक है, बल्कि यह कई देशों के आर्थिक विकास के लिए जरुरी भी है।

कृषि व्यवसाय उन सभी चीजों को शामिल करता है जो कृषि उत्पादन के लिए ज़रूरी कच्चे माल को उन उत्पादों और सेवाओं से जोड़ता है जो कृषि उत्पादों के अंतिम उपभोक्ताओं की मांग को पूरा करते हैं।

कृषि व्यवसाय का मकसद अंतिम उपभोग के लिए कृषि उत्पादों का निर्माण और आपूर्ति करना है। कृषि उत्पाद इंसान के उपभोग या अन्य उपयोग के लिए प्राकृतिक रूप से उत्पादित संसाधन हैं।

कृषि व्यवसाय कैसे स्थापित करें

कृषि से जुड़ा व्यवसाय शुरू करने का सबसे अच्छा तरीका उपलब्ध संसाधनों और टैक्नोलॉजी पर मार्केट रिसर्च करना है। खेती तकनीकी रूप से मेहनत का काम है और इसके लिए काबिल और अनुभवी पेशेवरों की मदद की ज़रुरत होती है। मार्केट रिसर्च से जैविक कृषि व्यवसाय योजना रिटेलर, फूड डिलिवरी स्टार्ट–अप और बड़े रेस्टोरेंट के साथ पार्टनरशिप के बारे में पता चलता है। एक बात और ये व्यवसाय, व्यापार पार्टनर और व्यक्तिगत ग्राहकों की क्वालिटी और विश्वास पर निर्भर करता है। बाज़ार में मौज़ूद हाइब्रिड बीज़ और उर्वरकों के बारे में जानकारी ज़रूरी है। सबसे महत्वपूर्ण यह तय करना है कि उपज की मात्रा के साथ क्या बढ़े और कहाँ बढ़े। कृषि व्यवसाय योजना में बहुत सारे डिविज़न और किस्में हैं।

इस क्षेत्र में नए हैं तो शुरुआत में आसान विकल्प चुनना बेहतर होगा। कृषि व्यवसाय में कई पेड़ पौधे भी मुनाफा दे सकते हैं। खासकर औषधीय पौधें जैसे एलोवेरा और नीम को मेडिकल और फार्मास्युटिकल्स के लिए बड़े पैमाने पर उगाया जा सकता है। लेकिन इसके लिए पौधे के शुरूआती स्तर की पूरी जानकारी ज़रूरी है, जिससे स्थायी रूप से आपके पास पैसा आने और उसके विकास की क्षमता बन सके। जाहिर है इसके लिए जगह की भी ज़रूरत होगी। पहले इसे छोटे से भी कर सकते हैं। इसके लिए कई विकल्प हैं जैसे बैकयार्ड, एक खुली जगह किराए पर लेना, बड़ी बालकनियाँ या छत शामिल है।

एक बार जब जगह और उपज की किस्मों का फैसला हो जाए चाहे वह मौसमी सब्जियाँ हो या औषधीय पौधे तब अगला कदम आपका अच्छे जानकर से राय लेना है जो कृषि व्यवसाय के लिए आर्थिक योजना बनाने में मदद करेंगे।

कृषि से जुड़ा काम करने में खतरे भी कम नहीं हैं, जैसे फसलों का खराब हो जाना, फसल की गुणवत्ता में गिरावट होना , बिना मौसम बरसात का होना या कीटों और फसल को नष्ट करने वाले कीड़ों का लग जाना। काम शुरू करने से पहले इन जोखिमों पर जानकर से सब समझ लें। तब हर हालात में व्यवसाय और फसल की सुरक्षा के लिए आपके पास उपाय होंगे। चॉकलेट, अगरबत्ती, केंचुआ खाद,मधुमक्खी पालन,मशरुम उद्योग के लिए अब अपने ज़िले में ही इनसे जुड़ी सारी जानकारी ले सकते हैं।

कैसे लें जानकारी और आर्थिक मदद

ख़ेती किसानी से जुड़ें काम में मदद के लिए भारत सरकार के कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय की तरफ से कई योजनाएँ लागू की जा रही है जिसमें नाबार्ड सब्सिडी चैनलाइजिंग एजेंसी के रूप में काम कर रहा है। यहाँ से आपको कृषि व्यवसाय से जुड़े कामों की जानकारी और आर्थिक सहायता मिल सकती है।

इसके कृषि क्लीनिकों पर हर जानकारी मिलती है। मतलब फसलों या पशुओं की उत्पादकता बढ़ाने के साथ साथ किसानो की आय बढ़ाने के लिए तमाम पहलुओं पर विशेषज्ञ यहाँ सलाह देते हैं वह भी बिल्कुल मुफ़्त।

ऐसा ही इनका बिजनेस केंद्र है। यहाँ प्रशिक्षित कृषि विशषज्ञों द्वारा कृषि उद्यमों की वाणिज्यिक इकाइयां हैं। यहाँ कृषि उपकरणों का रखरखाव और कस्टम हायरिंग, कृषि और उससे संबन्धित क्षेत्रों के सामान और अन्य सेवाओं की बिक्री, पोस्ट-हार्वेस्टिंग प्रबंधन की सुविधा है। यहाँ आपको बाज़ार में उतरने से पहले की सभी जरूरतें पूरी हो जाती है। 

More Posts

मोटे अनाज की MSP पर खरीद के लिए यूपी में रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है, जानिए क्या है इसका तरीका?  

उत्तर प्रदेश सरकार ने मोटे अनाजों की खरीद के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया है। जो किसान भाई बहन मिलेट्स(श्री...

यूपी में दस कीटनाशकों के इस्तेमाल पर लगाई रोक; कहीं आप भी तो नहीं करते हैं इनका इस्तेमाल

बासमती चावल के निर्यात को बढ़ावा देने और इसे अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने...

मलेशिया में प्रवासी भारतीय सम्मेलन में किसानों की भागीदारी का क्या मायने हैं?  

प्रवासी भारतीयों के संगठन ‘गोपियो’ (ग्लोबल आर्गेनाइजेशन ऑफ़ पीपल ऑफ़ इंडियन ओरिजिन) के मंच पर जहाँ देश के आर्थिक विकास...