लखनऊ। मोहम्मद आसिफ़ (33 वर्ष) पंगेशियस मछली पालन करके लाखों की कमाई कर रहे हैं। पंगेशियस मछली कम समय में ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए मछली पालकों को एक अच्छा विकल्प है।
डेढ़ एकड़ में लगभग 600 कुंतल का उत्पादन हो जाता है, जिससे साल भर में लाखों की कमाई हो जाती है। अभी हमारे पांड में करीब पौने दो लाख मछली हैं”
देश के होटलों के अलावा विदेशों में बढ़ रही मांग को लेकर इस मछली को पालने का फरवरी से मार्च तक उपयुक्त समय है। बाराबंकी जिला मुख्यालय से लगभग 30 किमी दूर देवां ब्लॉक के गंगवारा गाँव में रहने वाले मोहम्मद आसिफ़ डेढ़ एकड़ में पंगेशियस मछली पाल रहे हैं।
यह मछली बहुत जल्दी बढ़ती है, दूसरी मछलियों की अपेक्षा इसमें पतले कांटें काम होते हैं। इसलिए इस मछली की मांग भी ज्यादा है। इस मछली में एक खासियत यह भी है कि इस प्रजाति में रोगनिरोधक क्षमता अधिक है।
डॉ. हरेंद्र
पंगेशियस मछली 6-7 माह में लगभग 600 ग्राम की हो जाती है। मीठे पानी में पाई जाने वाली दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी प्रजाति है। भारत में पंगेशियस मछली का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य आंध्र प्रदेश है। अब उत्तर प्रदेश मछली पालक भी पंगेशियस मछली का पालन करने लगे हैं।