मुंबई (भाषा)। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने इंग्लैंड पर भारतीय टीम जीत को हाल के समय की सबसे ‘प्यारी’ जीत बताया। भारत इंग्लैंड चौथा क्रिकेट टेस्ट मैच के पांचवें दिन सोमवार को वानखेड़े स्टेडियम में भारत ने इंग्लैंड को एक पारी और 36 रन हरा दिया। भारत पांच मैचों की श्रृंखला में 3-0 की विजयी बढ़त बनाए हुए है।
कोहली ने मैच के बाद कहा, ‘‘यह विशेष अहसास है, दर्शक यहां जिस तरह पहुंचे और हमारा समर्थन किया उससे हमें मुश्किल लम्हों से निपटने में मदद मिली। इस श्रृंखला में जीत संभवत: हाल के समय की सबसे प्यारी जीत है।” दोहरा शतक जड़ने के लिए मैन आफ द मैच बने कोहली ने कहा कि जब भारत ने पहली पारी में बड़ी बढ़त हासिल कर ली थी तो उन्हें पता था कि जीत लगभग तय है।
उन्होंने कहा, ‘‘231 रन की बढ़त विरोधी को तोड़ देती है, हमने उनके हावभाव देखे थे और हमें पता था कि इस बढ़त के साथ मैच हमने जीत लिया है।” कोहली ने कहा कि मैच से पहले वह नर्वस थे लेकिन वास्तविक लक्ष्य तय करने से मदद मिली।
सत्र का तीसरा दोहरा शतक जड़ने वाले कोहली ने कहा, ‘‘हम ऐसे भारतीय विकेटों पर नहीं खेले थे जिस पर काफी उछाल हो इसलिए सामंजस्य बैठाना जरूरी था। मैं इस मैच से पहले नर्वस था। बीच में कुछ विकेट जल्दी गिरे जिससे दबाव बढ़ा। मैंने वास्तविक लक्ष्य रखे, पहले स्कोर बराबर करो और फिर बढ़त के बारे में सोचो। एक या दो घंटे मैच का नक्शा बदल सकते हैं।” कोहली ने कहा, ‘‘सभी को श्रेय। विजय ने चैम्पियन की तरह पारी खेली और यह उनके जज्बे को दिखाता है, जयंत के लिए भी इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता।”
दूसरी तरफ इंग्लैंड के कप्तान एलिस्टेयर कुक को मौकों का फायदा नहीं उठा पाने का मलाल है।
मुझे लगता है कि 400 रन इस विकेट पर अच्छा स्कोर था। कीटन (जेनिंग्स) काफी अच्छा खेला, दो विकेट पर 230 रन के बाद हमें 450 रन बनाने चाहिए थे। आंकड़ों के अनुसार इस मैदान पर 400 अच्छा स्कोर है, गेंदबाजी करते हुए हमें मौके मिले। हम फिलहाल उन मौकों का फायदा नहीं उठा पा रहे।
एलिस्टेयर कुक कप्तान इंग्लैंड क्रिकेट टीम
कुक ने कहा, ‘‘विराट ने असाधारण पारी खेली लेकिन 60 रन के आस-पास हमारे पास उसे आउट करने का मौका था। हमें इन चीजों को बदलना होगा। हम तीन दिन तक मैच में बने हुए थे लेकिन यह पर्याप्त नहीं था। हम भारत की बराबरी नहीं कर पाए।”
इंग्लैंड मैच में चार तेज गेंदबाजों के साथ उतरा और कुक ने स्वीकार किया कि अतिरिक्त स्पिनर को नहीं खिलाना गलती थी।
कोलकाता में 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ शिकस्त के बाद से भारत ने घरेलू सरजमीं पर कोई मैच नहीं गंवाया है और पिछले 17 मैचों में अजेय है जिससे कपिल देव की अगुआई वाली टीम के 1980 के दशक के अजेय अभियान की बराबरी हो गई है।
यह इंग्लैंड के खिलाफ 116 मैचों में भारत की 24वीं जीत है। दोनों देशों के बीच पहली श्रृंखला 1932 में खेली गई थी। वानखेडे स्टेडियम में भारत की 25 मैचों में यह 11वीं जीत है जबकि इस मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ आठ मैचों में चौथी जीत है।