लखनऊ। भारत-बांग्लादेश एक बार फिर आमने-सामने हैं। ये मैच भी नॉकआउट है। मतलब जो टीम हारी, वो बाहर। पिछली बार दोनों टीमें टी-20 वर्ल्ड कप मैच में आमने-सामने थीं। 23 मार्च 2016 को खेले गए इस मैच में भारत ने नजदीकी मुकाबले में बांग्लादेश की टीम को 1 रन से हरा दिया था। इससे पहले 2015 में 50 ओवर के वर्ल्ड कप मैच के क्वार्टर फाइनल में भारत ने मेलबर्न में बांग्लादेश को 109 रन से करारी शिकस्त दी थी।
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एक बार आईसीसी के टूर्नामेंट में दोनों टीमें भिड़ेंगी। अपनेक्षाकृत कमजोर मानी जा रही मशरफे मुर्तजा की बांग्लादेश की टीम ने चैंपियंस ट्रॉफी-2017 के लीग मैच में न्यूजीलैंड की हराकर बाहर कर दिया। अपने देश में भारत सहित कई अन्य देशों को धूल चटा चुकी बांग्लादेश की ये टीम किसी को भी हरा सकने की क्षमता रखती है। बेशक कागज पर विराट कोहली की टीम बेहद मजबूत नजर आ रही है लेकिन मशरफे के खिलाड़ियों को कमजोर आंकने की चूक टीम इंडिया को भारी पड़ सकती है। टूर्नामेंट शुरू होने से पहले कौन जानता था कि बांग्लादेश सेमीफाइनल में जगह बनाएगी।
बांग्लादेश ने जिस तरह से विपरीत परिस्थितियों के बावजूद न्यूजीलैंड को हराया, उसने विपक्षी टीमों के लिए चेतावनी जारी कर दी है। टीम इंडिया को वर्ल्डकप-2007 का वह मुकाबला भी ध्यान रखना होगा जब बांग्लादेश ने भारतीय टीम को हरा दिया था। उस वर्ल्डकप में भारतीय टीम को लीग मैचों के बाद ही बाहर होना पड़ा था। वैसे तो बांग्लादेश टीम में कई खिलाड़ी अच्छे हैं लेकिन जो भारत के सिरदर्द साबित हो सकते हैं उनपर एक नजर डालते हैं………
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तमीम इकबाल, खतरनाक बल्लेबाज
बांग्लादेश टीम का ये ओपनर बल्लेबाज किसी भी टीम के खतरा साबित हो सकता है। अभी तक चैंपियंस ट्रॉफी-2017 के अपने तीन मैचों में एक शतक और एक अर्धशतक के साथ तमीम 223 रन बना चुके हैं। तेज गति से बल्लेबाजी करने में सक्षम इस ओपनर को जल्द आउट करने की रणनीति भारतीय टीम को बनानी होगी। तमीम अगर चले तो भारतीय टीम के लिए मुश्किल खड़ी कर सकते हैं।
ऑलराउंडर शाकिब भारतीय खिलाड़ियों से परिचित
बांग्लादेश टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ियों में से एक हैं शाकिब उल हसन। शाकिब भारत में कई वर्षों से आईपीएल खेल रहे हैं। ऐसे में वे भारतीय खिलाड़ियों की कमजोरी और ताकत, दोनों से परिचित हैं। विश्व के शीर्ष आल ऑलराउंडरों में शुमार शाकिब बल्लेबाजी हो या गेंदबाजी, समान रूप से कुशल हैं.। न्यूजीलैंड के खिलाफ शतकीय पारी खेलकर अपनी बल्लेबाजी क्षमता दिखा चुके हैं। शाकिब-मेहमूदुल्लाह ने इस मैच में बड़ी साझेदारी कर बांग्लादेश की जीत सुनिश्चित की थी। तेज गति से बैटिंग करने के अलावा गेंदबाजी से भी मैच का रुख बदल सकते हैं।
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अबूझ पहेली साबित होते हैं मुस्तफिजुर रहमान
अपनी ‘अबूझ’ गेंदबाजी से पहले भी टीम इंडिया के लिए परेशानी बन चुके हैं। चैंपियंस ट्रॉफी में अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतर पाए हैं लेकिन गेंदबाजी में अगर चल गए तो मशहूर बल्लेबाजों को भी आउट कर सकते हैं। उनके वेरिएशंस को समझना दुनिया के नामी बल्लेबाजों के लिए भी मुश्किल होता है। टूर्नामेंट में अभी तक तीन मैचों में एक विकेट ही हासिल कर पाए हैं, लेकिन 21 साल का बाएं हाथ का यह गेंदबाज कभी भी अपने प्रदर्शन को ऊंचाई दे सकता है। भारतीय टीम को उनसे संभलकर रहना होगा।
शानदार बल्लेबाज मेहमूदुल्लाह
मध्यक्रम में बांग्लादेश की बल्लेबाजी के आधारस्तंभ हैं। टूर्नामेंट के तीन मैचों में दो बार नाबाद रहकर 116 रन बनाए हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ शतक बना चुके हैं। इनकी खासियत यह है कि विकेट पर रुकने के अलावा जरूरत पड़ने पर तेजी से रन भी बना सकते हैं।
तस्किन, रुबेल, मशरफे की तिकड़ी
बांग्लादेश की तेज गेंदबाजी इन तीनों पर निर्भर करती है। रुबेल और तस्किन 140 किलोमीटर प्रति घंटा के आसपास की रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं। दूसरी ओर, कप्तान मशरफे मुर्तजा की गेंदों में ज्यादा गति तो नहीं होती लेकिन वे अपने कटर्स और वेरिएशन से बल्लेबाजों को परेशान करते हैं। भारत की मजबूत बल्लेबाजी के आगे इस गेंदबाजी तिकड़ी पर बांग्लादेश के प्रदर्शन का बहुत कुछ दारोमदार होगा। इन तीनों के अलावा मोसाद्दक हुसैन भी न्यूजीलैंड के खिलाफ केवल 13 रन देकर तीन विकेट ले चुके हैं।