फुटबॉल विश्व कप : हां मुझे अब भी याद है वो फाइनल मैच

मैच रोमांचक होता चला जा रहा था, कभी अर्जेंटीना पर जर्मनी हावी होती तो कभी जर्मनी पर अर्जेंटीना, समय बीतता जा रहा था, लेकिन किसी भी टीम की तरफ से कोई गोल नहीं हो पाया था।
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रविवार 13 जुलाई 2014 रमज़ान-उल-मुबारक का पाक व मुकद‍्दस महीना चल रहा था, मैं बहुत खुश और उत्सुक था क्योंकि फुटबाल वर्ल्ड कप 2014 का फाइनल आने वाला था, जो अर्जेंटीना व जर्मनी के बीच खेला जाना था। उस दिन मैं ऑफिस से जल्दी बुआ के घर आ गया था। रमज़ान में घर पर टेलीविजन चलाने के लिए मना किया जाता है पर मैच देखने के लिए छूट मिल जाती थी। मैच करीब 12 बजे से शुरू होने आने वाला था इस वजह से मैं रात में सोया ही नहीं। मैं थोड़ी देर के लिए टेलीविजन वाले कमरे से बाहर चला गया था कुछ काम से। लेकिन जब मैं लौटा तो देखा की मेरे दोनों कजिन भाई मैच देख रहे हैं और बात कर रहे थे कि थोड़ा चूक गया वरना ये गोल हो जाता।

मेरा 10 मिनट का मैच छूट गया था। खुद पर गुस्सा आया पर मैच इतना शानदार और रोचक चल रहा था कि टेलीविजन से नज़र ही नहीं हट रही थी। कुछ ही देर बार सहरी का वक्त हो गया। सभी लोग सहरी खाने के लिए चले गए लेकिन मैं मैच देखता रहा। थोड़ी डांट भी पड़ी लेकिन मुझ पर कुछ असर न हुआ फिर सहरी वहीं रूम में फूफी लेकर आ गईं। मैंने मैच देखते-देखते सहरी की।


 मैच रोमांचक होता चला जा रहा था, कभी अर्जेंटीना पर जर्मनी हावी होती तो कभी जर्मनी पर अर्जेंटीना, समय बीतता जा रहा था, लेकिन किसी भी टीम की तरफ से कोई गोल नहीं हो पाया था। अर्जेंटीना टीम को शुरू में मौके मिले लेकिन बदकिस्मती ऐसी रही कि गोल नहीं हो पाया। दोनों टीमें उग्र होती दिख रही थीं। जर्मन खिलाड़ी कुछ ज्यादा तेजी दिखा रहे थे, लेकिन वो भी गोल नहीं कर पाए। पहला हॉफ समय पूरा होने पर दोनों टीमें 0-0 के स्कोर पर थीं।

दूसरा हाफ शुरू होते ही दोनों टीमों के खिलाड़ी गोल करने के लिए जैसे एक दूसरे पर टूट पड़े हों, कभी जर्मन खिलाड़ी अर्जेंटीना के खिलाड़ी को धक्के देते तो कभी अर्जेंटीना के खिलाड़ी जर्मनी खिलाड़ी को। 47वें मिनट में अर्जेंटीना के कप्तान लियोनल मेस्सी को मौका मिला, लेकिन बदकिस्मती से वो गोल में तब्दील नहीं हो पाया। मेस्सी पर सभी की नज़रें थीं। गोल करने की लिए दोनों टीमों के खिलाड़ी हर तरह की तकनीक अपना रहे थे लेकिन नाकाम हो रहे थे।

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मैच के 56वें मिनट में अर्जेंटीना के खिलाड़ी गोनज़ालो हिगुवेन तेजी से गोल करने के आगे बढ़ें और गोल बचाने के लिए जर्मनी के गोलकीपर मैनुएल नेउर भी तेज़ी से आगे बढ़े, नेउर उछल कर फुटबाल पर तो हाथ मारा पर उनकी लात गोनज़ालों के सिर पर लगी जिससे वो वहीं गिर गए। इस मैच में सब कुछ घट रहा था, सब कुछ देखने को मिल रहा था लेकिन बस गोल नहीं हो रहा था। तभी बुआ की आवाज़ आती है जल्दी से सहरी खा लो वरना टाइम खत्म हो जाएगा। मैंने जल्दी-जल्दी सहरी खाना शुरू कर दिया। क्योंकि मैं नहीं चाहता था कि मेरा जरा सा भी मैच छूटे। खिलाड़ियों के साथ दर्शकों की भी सांसें तेज़ हो रहीं थी, यहां तक की दोनों टीमों के कोच मैदान के करीब आ गए थे। लेकिन किसी भी टीम की तरफ से कोई गोल नहीं हुआ। मैंने जैसी ही सहरी ख़त्म की वैसे ही मैच का भी समय पूरा हो गया।

जर्मनी ने अपने सबसे अच्छे स्ट्राइकर क्लोजे को बुलाकर गोटजे को मैदान में भेजा। दोनों टीमों को एक्स्ट्रा समय दिया गया उस एक्स्ट्रा समय के 112वें मीनट में गोटजे ने अपने सीने से फुटबाल को रोककर जोरदार किक लगाई इस किक का अर्जेंटीना के गोलकीपर के पास इसका कोई जवाब नहीं था और जर्मनी के इस पहले गोल को रोक नहीं पाए। एक्स्ट्रा समय में जर्मनी ने अपना पहला गोल किया। इस गोल से जर्मनी खिलाड़ी व प्रशंसकों में खुशी की लहर सी दौड़ गयी हो। इस गोल के बाद अर्जेंटीना टीम ने कई जोरदार किक लगाई लेकिन निराशा ही हाथ लगी। जर्मनी की टीम अर्जेंटीना पर पूरी तरह से हावी थी। उनके प्रशंसकों का उत्साह देखने लायक था। यह गोल जर्मनी को चौथी बार विश्व चैम्पियन बनने का मौका दे रहा था। और कुछ ही देर बार जर्मनी का यह सपना पूरा हुआ। फिर क्या था, पूरा जर्मनी चैम्पियन बनने की खुशी में डूब गया था। इस मैच में सब कुछ घटा, दर्शक रोमांच भरा विश्वकप का फाइनल देखना चाह रहे थे वो देखने को मिला। दोनों टीमों ने अच्छे खेल का प्रदर्शन किया, किस्मत ने जर्मनी का साथ दिया और वो विश्व विजेता बना, अर्जेंटीना के साथ मेरी सांत्वना और मैं क्या कह सकता था।

वाकई क्या मैच था, आज भी मुझे याद है विश्व कप का वो फाइनल मैच।

फुटबाल विश्व कप 2014 की कुछ झलकियां

  • 12 जून 2014 से 13 जुलाई 2014 के बीच ब्राज़ील में खेला गया यह फुटबॉल टूर्नामेंट है।
  • 1950 के बाद, ब्राजील इस प्रतियोगिता की मेज़बानी दूसरी बार कर रहा है। इसी के साथ मेक्सिको, इटली, फ्रांस और जर्मनी के बाद ब्राजील दो बार विश्व कप की मेजबानी करने वाला पांचवां देश बन गया है।
  • अर्जेंटीना में आयोजित हुए 1978 विश्व कप के बाद से दक्षिण अमेरिका में आयोजित होने वाला यह पहला विश्व कप है।
  • 13 जुलाई 2014 को फीफा विश्व कप के फाइनल में जर्मनी ने अर्जेंटीना को अतिरिक्त समय के बाद 1-0 से पराजित किया।
  • इस टूर्नामेंट में 30 टीमों ने लिया था भाग
  • इस टूर्नामेंट को जर्मनी ने जीता, जर्मनी चौथी बार बना विश्व चैम्पियन
  • उप-विजेता रही अर्जेंटीना
  • तीसरा स्थान नीदरलैंड को मिला व चौथे स्थान पर ब्राजील रही।
  • टूर्नामेंट में कुल 64 मैच खेले गए
  • पूरे टूर्नामेंट में खिलाड़ियों ने 171 गोल दागे
  • कोलोंबिया जेम्स रोड्रिगेज ने सबसे ज्यादा 6 गोल दागे
  • सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार अर्जेंटीना के लियोनल मेस्सी को मिला
  • सर्वश्रेष्ठ युवा खिलाड़ी का खिताब फ्रांस के पौल पोग्ब को मिला
  • सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर जर्मनी मैनुएल नेउर बने 

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