शिक्षिका और समाज सुधारक सावित्री बाई फुले की जयंती पर गाँव कनेक्शन ने शुरु की है एक खास मुहिम ‘टीचर कनेक्शन’, इस मुहिम में वीडियो, टेक्स्ट और ऑडियो के माध्यम से ऐसे टीचरों की कहानियां लेकर आएंगे, जिनके बारे में कोई बात ही नहीं करता है। इस मौके पर सुनिए गाँव कनेक्शन के फाउंडर नीलेश मिसरा का ये खास संदेश ..
नमस्कार दोस्तों मेरा नाम है नीलेश मिसरा कहानियां सुनाता हूं
वैसे तो मैं काल्पनिक कहानियां सुनाता हूं, रेडियो और डिजिटल माध्यमों पर, लेकिन उन कहानियों से ज्यादा रोचक होती हैं असली कहानियां, वो जमीनी कहानियां तो हम तक, आप तक नहीं पहुंच पाती हैं। हमारे आसपास के नायक-नायिकाओं की कहानियां, मैं आज एक ऐसे ही वर्ग की बात कर रहा हूं, टीचरों की।
गाँव कनेक्शन ने एक नई कोशिश, एक नया प्रयास, एक नई मुहिम, जिसका नाम है टीचर कनेक्शन।
समाज एक ऐसे वर्ग की बातें करना, उनकी उपलब्धियों, उनकी चुनौतियों, उनकी छोटी बड़ी जीत हार पर बात करना जो अक्सर होती नहीं है। तो हम वीडियो, ऑडियो और टेक्स्ट के माध्यम से तपस्या करके, फुट वर्क करके टीचरों की कहानियां, देश के अलग-अलग हिस्सों से ढूंढ़ कर लाएंगे और हम चाहते हैं कि आप भी इसमें शामिल हों।
अगर आप टीचर हैं तो आप गाँव कनेक्शन की वेबसाइट पर आएं और ऐसी कहानियों को हिस्सा बनें, अपनी कहानियां बनाएं, अपनी कहानियां बताएं और इसे दूसरों से भी साझा करें। ऐसे किस्से और कहानियां जिससे उन्हें प्रेरणा मिले।
गाँव कनेक्शन की वेबसाइट www.gaonconnection.com, इस पर हम हर दिन छोटी-बड़ी कोशिश करते रहेंगे, जिससे समाज को प्रेरणा मिलती रहे, अध्यापक और अध्यापिकाओं की कोशिशों से और ऐसे कितने लम्हें आते होंगे टीचर की जिंदगी में, कोई ऐसा बच्चा होगा जो पढ़ने में कम रुचि रखता होगा, उसके साथ उन्होंने मेहनत की हो और सफलता मिली हो। कोई ऐसे लम्हें होंगे जो बहुत प्यारे होंगे, कोई ऐसी यादें होंगी जो बहुत अच्छी होंगी तो कुछ में तकलीफ भी होंगी। शायद कोई मीठी तकलीफ होगी, कोई चुनौतियां होंगी, जिनको साझा करने के लिए कई बार टीचरों कोई नहीं मिलता होगा। उनको भी ये लगता होगा कि हमारी कोई सुनता है, लेकिन ये तो गलत है न? आप और हम किसी न किसी टीचर की मेहनत का नतीजा हैं। हम जीवन में जो सीखें हैं वो किसी एक व्यक्ति की तपस्या का बड़ा योगदान है। जो निस्वार्थ भाव से की गई तपस्या है।
#सावित्रीबाई_फुले के जन्मदिन पर गाँव कनेक्शन शुरु कर रहा है, एक खास मुहिम ‘#TeacherConnection‘, इस खास मुहिम में वीडियो, टेक्स्ट और ऑडियो के माध्यम से ऐसे टीचरों की कहानियां लेकर आएंगे, जिनके बारे में कोई बात ही नहीं करता है। https://t.co/X3cGjvBW3J @neeleshmisra pic.twitter.com/7Kj8riupu1
— GaonConnection (@GaonConnection) January 3, 2023
टीचर का जीवन ऐसा ही होता है, मैं ये जानता हूं क्योंकि मैं भी टीचरों का बेटा हूं। मेरे माता और पिता दोनों टीचर हैं, दोनों उम्र के इस पड़ाव में आकर भी पढ़ाते हैं। पिता जी यूनिवर्सिटी में पढ़ाते थे, वहीं से रिटायर हुए, माता जी ने लखनऊ ने पढ़ाया और गाँव के स्कूल में निरंतर पढ़ाती रहीं। मेरे परिवार में कई टीचर हैं तो मैं जानता हूं, मैं जानता हूं टीचर के जीवन के छोटे-बड़े पल सुखद होते हैं, कई बार उतने सुखद नहीं होते हैं। लेकिन कई साझा करने के लिए उनके पास कोई नहीं होता है। कई बार उनको लगता होगा कि हम ये सब क्यों कर रहे हैं। हर टीचर की जिंदगी में, हर टीचर के मन में कई बार ये खयाल आता होगा और साथ ही हर टीचर को कई बार ये भी ख्याल आता होगा कि हां हम इसीलिए तो हम टीचर बने थे। क्योंकि सुख के क्षण, संतोष के क्षण भी आते हैं। इतना खूबसूरत ये काम है, तपस्या है, सेवा तो हम टीचरों के साथ खड़े रहेंगे हम और आप दोनों।
ये जो टीचर कनेक्शन हमें बनाना था वो बनाएंगे हम, एक नए सिरे से शुरूआत करेंगे, गाँव कनेक्शन पर आइए और टीचरों की जो कहानियां हम कह रहे हैं उन्हें साझा करिए अपने सोशल मीडिया पर ताकी आप के आसपास जो टीचर हैं उनको ये लगे कि कोई उनको सुनता है, कोई उनको पूछता है और हम बहुत जल्द टीचरों का आह्वान करेंगे और उनसे कहेंगे कि वो आएं और अपनी कहानियां बताएं, अपनी छोटी-बड़ी उपलब्धियां हर दिन हमारे साथ साझा करें।
गाँव रेडियो जो हमारी कोशिश है, उसमें हम टीचरों को आरजे बनाना चाहेंगे, हम चाहेंगे उनकी कहानियां उनकी आवाज में उनके भाव में हम और आप सुनें। अलग-अलग तरीकों से हम टीचरों से कनेक्शन बनाएंगे जिसमें आप बहुत महत्वपूर्ण हैं, आज जो हमारे श्रोता हैं, हमारे जो पाठक हैं, क्योंकि जो हमारा आपका कनेक्शन है वही इस कनेक्शन को आगे ले जाएगा। आप और बनाए रखेंगे अपना टीचर कनेक्शन, क्योंकि आप और हमारा दोनों का है एक गाँव कनेक्शन।
तो मिलते हैं हमारी वेबसाइट www.gaonconnection.com पर