एक आटो ड्राइवर के बेटे की भारतीय क्रिकेट टीम तक के सफर की कहानी

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लखनऊ। न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ तीन टी-20 मैचों के लिए दो नए खिलाड़ियों को पहली बार मौका मिला है। एक हैं मुंबई के ओपनर बल्लेबाज़ श्रेयस अय्यर और दूसरे सितारे हैं हैदराबद के मीडियम पेसर मोहम्मद सिराज, लेकिन इन दोनों से सिराज की कहानी इस मायने में अलग है क्योंकि गरीबी के कारण उन्हें क्रिकेट खेलने की कोई अच्छी सुविधाएं नहीं मिलीं।

सिराज का सफ़र

साल 1994 में जन्मे सिराज को कभी किसी क्रिकेट अकादमी जाने का मौका नहीं मिला क्यूंकि ऑटो चलाने वाले पिता मोहम्मद गौस की आमदनी इतनी नहीं थी। अपने दोस्तों के बीच टेनिस गेंद से लगातार गेंदबाज़ी करके क्रिकेट का ककहरा सीखने वाले सिराज की दिलचस्पी पहले बैटिंग में ज़्यादा थी, लेकिन बाद में उन्होंने गेंदबाज़ी पर ध्यान फोकस किया।

परिवार का मिला सपोर्ट

बेहद गरीब परिवार में जन्मे मोहम्मद सिराज के पिता एक ऑटो ड्राइवर हैं, लेकिन उन्होंने इसका असर कभी भी खुद पर नहीं पड़ने दिया और जमकर मेहनत की। इसमें मोहम्मद सिराज के पिता ने भी खूब सपोर्ट किया। गरीबी की एक लकीर का प्रभाव भी सिराज पर ना पड़ने दिया और अफोर्ड ना कर पाने के बाद भी बेटे सिराज के लिए क्रिकेट की एक महंगी किट का इंतजाम किया।

सिराज ने गरीबी को काफी करीब से देखा और शायद इसीलिए हर चीज की अहमियत समझते भी हैं। कई बच्चों को वो आज भी क्रिकेट की फ्री कोचिंग देते हैं।

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सिराज अपनी धुन में लगे रहे और 2015 में हैदराबाद की रणजी टीम में जगह बनाने में कामयाब हो गए। पहले ही सीजन में उन्होंने अपनी शानदार गेंदबाज़ी से सबका ध्यान खींचा। नौ मैचों में उन्होंने 18.92 की औसत से उन्होंने 41 विकेट चटकाए। वे तीसरे पायदान के साथ टूर्नामेंट के सबसे कामयाब गेंदबाज़ों में रहे।

हैदराबाद के लिए दो सीजन रणजी खेलने के बाद सेराज किसी तरह से 10 लाख रुपये जमा करने में कामयाब हुए, जिससे उन्होंने घर ख़रीदने का सपना देखा था। उनकी किस्मत बदलने वाली थी और ये मौका आया 2017 के आईपीएल की नीलामी के दौरान।

जब हैदराबाद सनराइजर्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलौर के बीच उनको अपनी टीम में शामिल करने को होड़ लग गई लगी होड़ का नतीजा ये रहा कि सिराज को बेस प्राइस से 13 गुना ज़्यादा की क़ीमत मिली। उनका बेस प्राइस 20 लाख रुपये था।

सनराइजर्स हैदराबाद ने उन्हें 2.6 करोड़ रूपये में ख़रीदा था। हालांकि उन्हें केवल छह मैच खेलने का मौका मिला और इसमें उन्होंने 10 विकेट चटकाए, लेकिन टीम के अंतिम लीग मैच में उन्होंने गुजरात लायंस के ख़िलाफ़ 32 रन देकर 4 विकेट चटका कर प्रभावित किया। इन सबका नतीजा है कि उन्हें न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ टी-20 टीम में मौका मिल गया है।

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श्रेयस अय्यर को भी मिला मौका

दूसरी तरफ़ श्रेयस अय्यर को भी भारत में मौजूदा समय में बेहतरीन प्रतिभा माना जा रहा है। 22 साल के अय्यर को ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ टेस्ट सिरीज़ के लिए टीम में शामिल किया गया था लेकिन अभी उनका डेब्यू होना बाक़ी है। आईपीएल में जिन युवा बल्लेबाज़ों ने अपनी चमक बिखेरी है, श्रेयस अय्यर उनमें एक हैं। टॉप ऑर्डर बल्लेबाज़ के तौर पर श्रेयर अय्यर को बेहद आक्रामक बल्लेबाज़ माना जाता है| मुंबई के अय्यर इन दिनों आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स टीम का हिस्सा हैं।

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