हरिनरायण शुक्ला, स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क
गोंडा।जिलामुख्यालय से तीन किलोमीटर दूर उतरौला रोड पर स्थित फल व सब्जी मंडी तक पैदल, ठेला व वाहन से पहुंचना एक कठिन काम है। कारण यहां की सड़क गड्ढामुक्त नहीं हो पायी । मंडी परिसर में बुनियादी सुविधाएं दिखावा मात्र हैं। यहां पर जल निकासी पूरी तरह से बदहाल है। नालियां कूड़ों से पटी पड़ी हैं। यहां लाइटें खराब हो चुकी हैं। पेयजल के लिए लगे हैंडपंप खराब पड़े हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में गडढा मुक्त सड़क बनाने के लिए 15 जून का समय दिया जो बरसात को देखते हुए उचित था, लेकिन जिला पंचायत, नगर पलिका व नगर पंचायत तथा मंडी परिषद इस काम में पीछे रहे। नतीजा सबसे ज्यादा नवीन फल व सब्जी मंडी प्रभावित हो रही है। मेनगेट से सड़क टूटी है और भीतर तीन लाइन की सड़कें खत्म हो चुकी हैं। इन गडढों से सबसे ज्यादा परेशान किसान हैं जो यहां सब्जी लेकर आते हैं। खराब सड़क के कारण उनकी साइकिल पंक्चर हो जाती है।
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गंदगी की भरमार
मंडी परिसर में सफाई की कोई व्यवस्था नहीं है। यहां पर परिसर में जाम नालियों में गंदगी पट गई है, जिससे समूचे परिसर की जल निकासी प्रभावित है। वहीं मंडी में कई चौराहे पर लाइटें लगी हैं जो देखरेख के अभाव में खराब पड़ी हैं।
अध्यक्ष सब्जी मंडी नजर मोहम्मद (50वर्ष) का कहना है,“ मंडी की घोर उपेक्षा हो रही है। इससे किसान व व्यापारी परेशान है। देखरेख के अभाव में मंडी परिसर पूरी तरह से बदहाल हो चुका है।”
व्यापारी शहजादे (45वर्ष) का कहना है, “ सब्जी मंडी की समस्याएं बहुत हैं, लेकिन जांच पडताल के लिए अधिकारी नहीं आते, इससे यहां के किसान व व्यापारी परेशान रहते हैं।”
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सचिव मंडि परिषद डीपी सिंह का कहना है बजट नहीं मिलने के कारण हम मंडी परिसर में काम नहीं करा पा रहे हैं। बजट मिलते ही काम शुरू हो जाएगा। लापरवाह सफाई कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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