इश्त्याक खान, स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क
औरैया। ब्लॉक भाग्यनगर क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय फतेहपुर रामू बच्चों को मिड-डे मील न दिए जाने से खफा ग्रामीणों ने विद्यालय के बाहर जमकर हंगामा काटा। लोगों का कहना है कि बच्चों के खाने पर स्कूल की हेड डाका डाल रही है जबकि राशन डीलर के यहां से प्रत्येक माह राशन उठाया जा रहा है। प्रधान और गाँव के लोगों ने प्रधानाध्यापिका को स्कूल से हटाए जाने की बीएसए से मांग की है।
देश-दुनिया से जुड़ी सभी बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करके इंस्टॉल करें गाँव कनेक्शन एप
जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर फतेहपुर रामू के प्राथमिक विद्यालय में लगातार दो माह से बच्चों को मिड-डे मील नहीं दिया जा रहा है। भोजन के अलावा बच्चों को मिलने वाला दूध, फल, भी वितरित नहीं किया जा रहा है। इस पर बच्चों के अभिभावकों ने प्रधान के साथ स्कूल में जाकर देखा तो 110 बच्चों में सिर्फ 8 बच्चे मौजूद मिले।
स्कूल के बाहर हंगामा काट रहे गाँव निवासी पारस सिंह ने बताया कि इसके पहले उक्त प्रधानाध्यापिका को हटाया जा चुका है उस समय भी सरकारी अभिलेखों से छेड़छाड़ के साथ बच्चों को खाना नहीं दिया जाता था। कुछ माह के बाद फिर से प्रधानाध्यापिका को फिर तैनात कर दिया गया। प्रधानाध्यापिका ने फिर अपनी वही पुरानी कार्यशैली लागू कर दी।
क्या कहते हैं आधिकारी
बीएसए एसपी यादव से इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामले की जानकारी नहीं है। मामले की जांच करवाकर प्रधानाध्यापिका के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
संकुल प्रभारी पर होगी कार्रवाई
डीएम के. बालाजी ने बताया कि गाँव के लोगों के तरफ से एमडीएम के खिलाफ कोई शिकायत नहीं आई है। एमडीएम न दिए जाने के संबंध में बीएसए, एबीएस और संकुल प्रभारी से जवाब तलब किया जाएगा। जवाब न दे पाने पर संकुल प्रभारी पर कार्रवाई तय है।
ताजा अपडेट के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए यहां, ट्विटर हैंडल को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।