स्वयं कम्युनिटी जर्नलिस्ट
कन्नौज। जिले के परिषदीय स्कूलों में मच्छरों से निपटने के इंतजाम नहीं हैं। कई स्कूलों में मच्छरों का आतंक रहता है, जिससे बच्चे ही नहीं शिक्षक-शिक्षिकाएं भी बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। एक शिक्षिका टाइफाइड से पीड़ित हैं।
जिला मुख्यालय कन्नौज से करीब 17 किमी दूर बसे उमर्दा ब्लाक क्षेत्र के प्राथमिक स्कूल टूसावरी की सहायक अध्यापिका ऊषा सिंह कहती हैं, ‘‘विद्यालय परिसर के अंदर तालाब और गंदगी रहती है। गाँव के लोग भी गंदगी करते हैं। मच्छर बहुत लगते हैं। मैं खुद बुखार से पीड़ित हूं। टाइफाइड बताया गया है। 17 जुलाई से मेडिकल पर चल रही हूं।’’
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कन्नौज से करीब 28 किमी दूर डबहा गाँव निवासी कामता प्रसाद (30 वर्ष) कहते हैं, ‘‘मेरे गाँव के प्राथमिक स्कूल के मैदान में पानी भरता है। बरसात में छत भी टपकती है। हेडटीचर विमलेश कुमारी हैं। गंदगी की वजह से संक्रामक रोग फैलने की संभावना है।’’ प्राथमिक स्कूल बर्छज्जापुर के हेड टीचर राघवेंद्र कुमार बताते हैं, ‘‘पानी का निकास ठीक नहीं है। हालांकि ईंट बिछवा दी गई हैं।’’
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