स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क
मेरठ। बारिश के बाद जलभराव होने से बीमारियों का प्रकोप बढ़ने लगा है। सरकारी व प्राइवेट डॉक्टरों की ओपीडी में वायरल इंफेक्शन समेत मलेरिया व डेंगू की संभावना वाले मरीज लगातार पहुंच रहे हैं। हालांकि अभी तक स्वास्थ्य विभाग के रिकार्ड में किसी भी डेंगू के मरीज की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन मलेरिया के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
जिला अस्पताल रिकार्ड के अनुसार, पिछले एक सप्ताह से लगातार बाल रोग विभाग की ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। डॉक्टरों के अनुसार इस समय मलेरिया और डेंगू से सावधान रहने की जरूरत है।
शनिवार को मेरठ पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने सभी पीएचसी और सीएचसी में पांच-पांच बेड डेंगू के मरीजों के लिए रिजर्व रखने को कहा है। वहीं जिला अस्पताल और मेडिकल कालेज में दस-दस बेड रिजर्व कराए गए हैं। डॉ. नितेश कुमार बताते हैं, “बारिश के कारण जगह-जगह जलभराव है। खासकर मलीन बस्तियों व देहात में स्थिति बद से बदतर है। इसी पानी में मलेरिया का लार्वा पनप रहा है।”
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मिट्टी का तेल नहीं, कैसे हो फॉगिंग
जिला मलेरिया विभाग ने मिट्टी का तेल न होने के चलते फॉगिंग करने से हाथ खड़े कर दिए हैं। जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. वीके गुप्ता बताते हैं, “बाजार में मिट्टी का तेल नहीं है। डीएसओ से कई बार पत्र के माध्यम मिट्टी के तेल की मांग की जा चुकी है, फॉगिंग के लिए हर माह लगभग 200 लीटर मिट्टी के तेल की आवश्यकता होती है।”
सीएमओ डॉ. रामकुमार वर्मा ने बताया मच्छर जनित रोगों की रोकथाम के लिए कार्ययोजना तैयार है। मलेरिया टीम को तत्काल एंटी लार्वा फॉगिंग करने के निर्देश दिए गए हैं। थानों में खड़े कंडम वाहनों को हटाने के लिए कहा गया है, क्योंकि उनमें मच्छर पनपते हैं। देहात के लिए अलग से टीम का गठन कर दिया गया है।
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