स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क
पीलीभीत। प्राथमिक विद्यालय दयूनी केसरपुर, ब्लॉक मरौरी के विद्यालय में बच्चों के बैठने के लिए बेंच नहीं हैं। बच्चे टाट की पट्टियों पर बैठते हैं। किसी-किसी क्लास में बच्चे चौकियों पर भी बैठते हैं। यहां कुछ बच्चे अपनी घरेलू पोशाक में ही स्कूल में पढ़ने आते हैं। कुछ बच्चों को नई ड्रेस मिल गई है, जबकि अधिकतर बच्चों को अभी तक ड्रेस नहीं मिली है।
प्रधानाचार्या दीपिका मित्तल ने बताया, “विद्यालय का निर्माण 20 वर्ष पूर्व हुआ था। विद्यालय भवन के कमरों की छत टपकती है। छतों में लगी निर्माण सामग्री टूटकर बच्चों के ऊपर गिरती है। कमरे की अधिकतर दीवारों पर सीलन आ जाती है। विद्यालय में मुख्य द्वार भी नहीं है।”
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प्राथमिक विद्यालय रामनगर खरोंसा, ब्लॉक मरौरी में कुल 102 बच्चों का प्रवेश पंजीकृत किया गया, जिसमें 78 बच्चे मौजूद मिले। विद्यालय में कोई फर्नीचर नहीं है बच्चे अभी चटाइयों पर ही बैठकर अध्यापन कार्य कर रहे हैं। कमरों की दीवारें पानी में भीग चुकी हैं। कमरों की छतों पर भी सीलन रहती है। विद्यालय में कुल चार टीचर हैं।
प्रधानाध्यापक नाजिर-उर-रहमान व सहायक अध्यापिका आत्मा देवी ने बताया कि सफाई कर्मी विद्यालय में आता नहीं है। जिससे कक्षाओं में गंदगी पड़ी रहती है।प्राथमिक विद्यालय खरौंसा, ब्लॉक मरौरी में भी कुछ ऐसी ही स्थिति है।
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