जम्मू के डोगरा समुदाय के पारंपरिक व्यंजन औरिया के साथ गर्मी को मात दें

भारत के ज्यादातर क्षेत्रों में हीटवेव का अलर्ट है। जम्मू के डोगरा घरानों में खमीरी दही-आलू और सरसों का उपयोग ठंडी औरिया तैयार करने के लिए किया जाता है। पकाने में आसान, पारंपरिक व्यंजन को प्रोबायोटिक भोजन भी माना जाता है।
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भारत में गर्मी का मौसम चिलचिलाती गर्मी के लिए जाना जाता है, पारा 42-45 डिग्री सेल्सियस को पार कर जाता है, जो अक्सर थकावट का कारण बनता है और कई मामलों में हीट स्ट्रोक भी हो सकता है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने पहले ही देश के बड़े इलाकों में हीटवेव अलर्ट जारी कर दिया है क्योंकि तापमान 27 अप्रैल से बढ़ने की उम्मीद है।

गर्मी से खुद को बचाने के कई तरीके हैं और कुछ पारंपरिक खाद्य पदार्थों का सेवन भी उनमें से एक है।

जम्मू के डोगरा घरानों में, औरिया गर्मी के मौसम का खास पकवान है, जिसे खमीरी दही और आलू के साथ सरसों के दानों के साथ तैयार किया जाता है, जिसे राई के नाम से जाना जाता है। यह एक साइड डिश भी है जिसे उत्तर भारत के जम्मू क्षेत्र के भोजनालयों में कैलोरी से भरपूर छोले-भटूरे के साथ परोसा जाता है।

हमारे पारंपरिक पकवान विज्ञान पर आधारित हैं और इसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं। यही बात औरिया पर भी लागू होती है। यह एक दही आधारित साइड डिश है जहां दही को राई के साथ छह से सात घंटे तक रखा जाता है।

खमीरी खाने आमतौर पर प्रोबायोटिक (स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाले माइक्रोऑर्गेनिजम से भरपूर) के रूप में कार्य करते हैं, जो इम्युनिटी बनाने और बनाए रखने में मदद करते हैं, और गर्मी के मौसम में आंत को ‘ठंडा’ भी रखते हैं। यह पाचन में सहायता करते हैं।

राई के बीज, जो औरिया में डाले जाते हैं विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट से भरे हुए होते हैं, जो बुढ़ापा कम करने में मदद करते हैं, बालों के विकास के लिए उत्कृष्ट हैं, ब्लड प्रेशर को कम करते हैं और फाइबर से भी भरपूर होते हैं।

औरैया ज्यादातर गर्मियों में ठंडी प्रकृति के कारण पसंद की जाती है। इसे उबले हुए आलू या कद्दू (स्वास्थ्यवर्धक विकल्प) के साथ बनाया जा सकता है।

औरिया बनाने की विधि

सामग्री

राई- 1 कप

दही – 1 कप

आलू – आधा कप उबले, छिले और हाथों से मोटे टुकड़ों में कुचले हुए

नमक – स्वादानुसार

हल्दी पाउडर – ½ छोटा चम्मच

तेल – 1 बड़ा चम्मच

बनाने का तरीका

1) राई को खरल में डाल कर दरदरा कूट लीजिये, आप चाहें तो राई को कुचलने से पहले भून सकते हैं।

2) दही को प्याले में निकाल लीजिये, प्याले का आकार दही की मात्रा से थोड़ा बड़ा होना चाहिए क्योंकि हम इसमें उबले हुए आलू डालेंगे।

3) दही में दरदरा पिसा हुआ राई डालें और दही को अच्छी तरह फेंट लें। इसे खमीर होने के लिए छह से सात घंटे तक अच्छे से बैठने दें।

4) एक छोटी कड़ाही लें और उसमें सरसों का तेल डालें और इसे गर्म होने दें। इसके बाद आंच कम कर दें।

5) इसमें हल्दी पाउडर और नमक डालें और इसके बाद उबले (थोड़े कुचले हुए) आलू डालें।

6) आलू पर गोल्डन होने तक तले और फिर गैस बंद कर दें।

7) दही के जमने के बाद इसमें ठन्डे आलू का मिश्रण डाल दीजिए। अच्छी तरह मिला लें और औरिया बनकर तैयार है। गर्मी के मौसम में किसी भी खाने के साथ साइड डिश के रूप में इसका आनंद लें।

नोट: औरिया का स्वाद अच्छा है अगर आप खाते समय राई का तीखा स्वाद ले सकें। अपने स्वाद के अनुसार, आप राई की मात्रा बढ़ा या घटा सकते हैं, लेकिन मैं अत्यधिक तीखी औरिया की सलाह देती हूं, कम से कम एक बार इसे जरूर आजमाएं।

साथ ही, आलू को अच्छी तरह उबालना है ताकि उन्हें हाथों से आसानी से कुचला जा सके।

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